सिंगापुर पुलिस जुबिन गर्ग मामले में 10 दिनों में महत्वपूर्ण सबूत पेश करेगी: एसआईटी प्रमुख
सिंगापुर पुलिस जुबिन गर्ग मामले में 10 दिनों में महत्वपूर्ण सबूत पेश करेगी: एसआईटी प्रमुख
गुवाहाटी, 24 अक्टूबर (भाषा) सिंगापुर पुलिस बल (एसपीएफ) अगले 10 दिनों के भीतर जुबिन गर्ग की मौत से संबंधित सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान सहित महत्वपूर्ण साक्ष्य उपलब्ध करा सकता है। यह जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को दी।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीआईडी के विशेष डीजीपी मुन्ना प्रसाद गुप्ता ने कहा कि असम पुलिस ने दक्षिण पूर्व एशियाई देश में अपने समकक्षों से अनुरोध किया है कि वे जांच को समय पर पूरा करने के लिए सभी प्रासंगिक जानकारी प्रदान करें।
गुप्ता और तिताबोर के सह-जिला पुलिस अधीक्षक तरुण गोयल, जो गायक की अप्राकृतिक मौत की जांच के लिए चार दिन पहले सिंगापुर गए थे, बृहस्पतिवार को लौट आए। गुप्ता एसआईटी का नेतृत्व कर रहे हैं, जबकि गोयल मामले की जांच के लिए गठित नौ सदस्यीय समूह के सदस्य हैं।
गुप्ता ने संवाददाताओं से कहा, ‘हमने सिंगापुर में भारतीय उच्चायुक्त से मुलाकात की और सभी आवश्यक कानूनी सहायता पर चर्चा की। हमने एसपीएफ के पांच सदस्यीय उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ भी चर्चा की और यह एक बहुत ही उपयोगी बैठक रही।’
उन्होंने बताया कि दोनों पुलिस बलों ने दोनों देशों में चल रही जांच पर विचार-विमर्श किया और मामले से संबंधित सूचनाओं का आदान-प्रदान किया।
गुप्ता ने कहा, ‘हमने नौका के चालक और असम एसोसिएशन सिंगापुर के एक सदस्य का बयान मांगा। चूंकि वे सिंगापुर के नागरिक हैं, इसलिए यह कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा। उन्होंने हमें अगले 10 दिनों में बयान उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।’
उन्होंने कहा कि असम पुलिस टीम ने होटल और अन्य उन जगहों के सीसीटीवी फुटेज भी मांगे हैं जहां गर्ग गए थे और एसपीएफ अगले 10 दिनों के भीतर इसे उपलब्ध कराने का प्रयास करेगी।
गुप्ता ने कहा, ‘हमने जोर देकर कहा कि हमें समय पर जांच पूरी करने के लिए उनकी सहायता की जरूरत है। जिस तरह से एसपीएफ 90 दिनों में जांच पूरी करना चाहता है, उसी तरह हमें भी तीन महीने के भीतर आरोपपत्र दाखिल करना होगा। उन्होंने हमें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।’
असम पुलिस के आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) के तहत एक विशेष जांच दल (एसआईटी) वर्तमान में गर्ग की मौत के मामले की जांच कर रहा है, जिसके बाद राज्य भर में 60 से अधिक एफआईआर दर्ज की गई हैं।
गुप्ता ने कहा, ‘हम घटनास्थल और उन जगहों पर भी गए जहां ज़ुबीन गर्ग अपने सिंगापुर प्रवास के दौरान गए थे। हमने उस नौका को भी देखा, जिसे असम एसोसिएशन सिंगापुर ने किराए पर लिया था। अंतरराष्ट्रीय सहयोग में आमतौर पर काफी समय लगता है, लेकिन इस मामले में हमें तुरंत सहायता मिल रही है।’
उन्होंने बताया कि गर्ग की मौत के तुरंत बाद किए गए पहले पोस्टमार्टम की रिपोर्ट भारतीय उच्चायोग के माध्यम से असम पुलिस टीम को सौंप दी गई है।
गुवाहाटी में चल रही जांच के बारे में गुप्ता ने कहा, ‘यह सही दिशा में आगे बढ़ रही है। हालांकि मैं ज्यादा कुछ नहीं कह सकता, लेकिन हमने अब तक 70 से ज्यादा लोगों के बयान दर्ज किए हैं।’
उन्होंने बताया कि गर्ग की पत्नी गरिमा और बहन पाल्मे बोरठाकुर अपने बयान दर्ज कराने के लिए दिन में ही सीआईडी मुख्यालय पहुंच गईं।
गुप्ता ने कहा, ‘मैं उन लोगों से अपील करना चाहता हूं जिनके पास जुबिन गर्ग के बारे में कोई भी प्रासंगिक जानकारी है या उनकी मृत्यु से पहले उनके साथ कोई बातचीत है, वे सामने आएं और वह जानकारी हमारे साथ साझा करें।’
प्रसिद्ध गायक की 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय रहस्यमय परिस्थितियों में डूबने से मृत्यु हो गई थी। वह चौथे पूर्वोत्तर भारत महोत्सव में भाग लेने के लिए दक्षिण पूर्व एशियाई देश गए थे।
भारत सरकार ने इससे पहले सिंगापुर के साथ पारस्परिक कानूनी सहायता संधि (एमएलएटी) का हवाला देते हुए दक्षिण-पूर्वी एशियाई देश में गायक की मौत की जांच में सहयोग की मांग की थी।
सिंगापुर पुलिस बल (एसपीएफ) भी गर्ग के समुद्र में कथित रूप से डूबने की घटना की स्वतंत्र जांच कर रहा है।
एक बयान में, एसपीएफ ने 17 अक्टूबर को कहा कि प्रारंभिक जांच में गर्ग की मौत में किसी भी तरह की गड़बड़ी का संकेत नहीं मिला है। इसमें यह भी कहा गया है कि लोकप्रिय भारतीय गायक-गीतकार-संगीतकार की मौत की जांच में तीन महीने और लग सकते हैं, जिसके बाद आगे की कार्यवाही के लिए निष्कर्ष राज्य पुलिस को सौंपे जाएंगे। असम पुलिस ने सिंगापुर से आए 11 असमिया प्रवासियों में से 10 से पूछताछ की है जिनके खिलाफ समन जारी किया गया था जबकि एक दक्षिण पूर्व एशियाई देश का नागरिक है।
असम एसोसिएशन सिंगापुर के कुछ पदाधिकारियों ने एक नौका किराये पर ली थी और ये 11 लोग उस समय मौजूद थे जब गर्ग समुद्र में एक द्वीप के पास कथित तौर पर डूब गए।
इससे पहले, नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के मुख्य आयोजक श्यामकानु महंत, गायक के प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा और उनके दो बैंड सदस्यों – शेखर ज्योति गोस्वामी और अमृत प्रभा महंत – को गिरफ्तार किया गया था।
बाद में, गर्ग के चचेरे भाई और असम पुलिस के डीएसपी संदीपन गर्ग को पिछले महीने सिंगापुर में गायक की मौत के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।
जुबिन गर्ग के निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) नंदेश्वर बोरा और प्रबीन बैश्य को भी गिरफ्तार किया गया, जब पुलिस को उनके खातों से 1.1 करोड़ रुपये से ज्यादा के बड़े वित्तीय लेनदेन का पता चला।
गिरफ्तार किए गए सभी सात लोग अब न्यायिक हिरासत में हैं। उन पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत हत्या, गैर इरादतन हत्या, आपराधिक साजिश और लापरवाही से मौत का कारण बनने का मामला दर्ज किया गया है।
भाषा तान्या नरेश
नरेश

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