शबरिमला में सोने की चोरी के मामले में एसआईटी ने तमिलनाडु में जांच का दायरा बढ़ाया
शबरिमला में सोने की चोरी के मामले में एसआईटी ने तमिलनाडु में जांच का दायरा बढ़ाया
तिरुवनंतपुरम, 26 दिसंबर (भाषा) शबरिमला में सोने की चोरी के मामले में एक व्यवसायी की तलाश में विशेष जांच दल (एसआईटी) ने शुक्रवार को तमिलनाडु में अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस तमिलनाडु के डिंडीगुल निवासी बालमुरुघन उर्फ डी मणि नामक एक जौहरी की तलाश कर रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमेश चेन्निथला द्वारा शबरिमला सोने की चोरी की घटना में एक अंतरराष्ट्रीय प्राचीन वस्तु गिरोह की संलिप्तता का आरोप लगाते हुए बयान देने के बाद मणि और उनके सहयोगी एसआईटी की निगरानी में आ गये।
चेन्निथला के खुलासे के आधार पर, एसआईटी ने एक एनआरआई व्यवसायी का बयान भी दर्ज किया, जिसने पुलिस को बताया कि शबरिमला से सोना मणि तक पहुंचा होगा, जिसने कथित तौर पर मंदिर की बड़ी संख्या में प्राचीन वस्तुएं प्राप्त की थीं।
पुलिस ने जांच के तहत बालमुरुघन के फोन नंबर का भी पता लगाया।
पुलिस ने बताया कि अदालत से तलाशी वारंट प्राप्त करने के बाद, एसआईटी डिंडीगुल स्थित व्यवसायी मणि के कार्यालय पहुंची।
इसने बताया कि हालांकि, उस व्यवसायी ने एसआईटी को बताया कि वह डी मणि नहीं है, जिसकी वे तलाश कर रहे थे।
पुलिस ने बताया कि इसके बजाय उसने कहा कि वह सुब्रमण्यम है, जिसे एम एस मणि के नाम से भी जाना जाता है, और वह सोने के व्यापार में नहीं बल्कि अचल संपत्ति के कारोबार में लगा हुआ था।
एसआईटी सूत्रों ने बताया कि टीम द्वारा फोन नंबर एम एस मणि द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा था, जिसके बाद उन्होंने यह पता लगाने के लिए विस्तृत जांच करने का फैसला किया कि क्या डी मणि और एम एस मणि एक ही व्यक्ति हैं।
सुब्रमण्यम को तिरुवनंतपुरम में पूछताछ के लिए पेश होने का नोटिस जारी किया गया था।
एसआईटी सूत्रों ने बताया कि शबरिमला सोने की चोरी के मामले में मणि और उसके सहयोगी की संलिप्तता अभी तक स्थापित नहीं हो पाई है।
एसआईटी ने अब तक सोने की चोरी से संबंधित दो मामलों में त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड के दो पूर्व अध्यक्षों समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया है।
भाषा
देवेंद्र नरेश
नरेश

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