कश्मीर में बर्फबारी और बारिश, इस बार सर्दी ने पहले ही दे दी दस्तक

कश्मीर में बर्फबारी और बारिश, इस बार सर्दी ने पहले ही दे दी दस्तक

कश्मीर में बर्फबारी और बारिश, इस बार सर्दी ने पहले ही दे दी दस्तक
Modified Date: November 29, 2022 / 08:24 pm IST
Published Date: October 20, 2022 12:09 pm IST

श्रीनगर, 20 अक्टूबर (भाषा) कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश के कारण घाटी में निर्धारित समय से पहले सर्दी का मौसम शुरू हो गया। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने कहा, “मध्यरात्रि के दौरान गुलमर्ग, सोनमर्ग, गुरेज और करनाह समेत कश्मीर के कई इलाकों में भारी बर्फबारी हुई।”

अधिकारियों ने कहा कि गुलमर्ग में दो इंच से अधिक बर्फ जमा हो गई है जबकि घाटी के ऊंचे इलाकों में भारी बर्फबारी हुई है। उन्होंने कहा कि शहर की जबरवां पर्वत श्रृंखला में भी रात के समय हिमपात हुआ है।

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श्रीनगर शहर और घाटी के अन्य इलाकों में बृहस्पतिवार तड़के से मध्यम स्तर की बारिश हुई है, जिससे तापमान में कई डिग्री की गिरावट आई है।

लोग इस बार पहले से ही स्वेटर और भारी जैकेट जैसे सर्दी के कपड़े पहनने लगे हैं।

देश में दिवाली पर आतिशबाजी के कारण फैलने वाले प्रदूषण से बचकर यहां आए पर्यटक बर्फबारी देखकर काफी खुश हैं।

हैदराबाद के निवासी एस. अरविंद ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “हम पटाखों से होने वाले प्रदूषण से बचते हुए कश्मीर में शरद ऋतु का आनंद लेने आए हैं। यह बर्फबारी देखकर हम काफी खुश हैं।”

ट्रैवल एजेंट शोएब अली ने कहा कि बर्फबारी की खबरों के चलते इस साल, सर्दी के दौरान यहां आने को लेकर लोगों में दिलचस्पी बढ़ गई है।

अली ने कहा, “पहाड़ों पर मंगलवार को पहली बर्फबारी हुई और बुधवार को उन लोगों के फोन आने लगे जो सर्दी के दौरान यहां आना चाहते हैं। उम्मीद है कि सर्दी के दौरान यहां अच्छी बर्फबारी होगी, जिससे काफी संख्या में पर्यटक आकर्षित होंगे।”

हालांकि, दक्षिण कश्मीर में सेब किसान बहुत चिंतित हैं क्योंकि दिसंबर से पहले भारी बर्फबारी के कारण इस साल न केवल उनकी फसल नष्ट होने का खतरा है, बल्कि यह पेड़ों को भी नुकसान पहुंचाएगी।

शोपियां के एक सेब किसान बशीर अहमद ने कहा, “लगातार तीन साल से जल्दी हिमपात हुआ है। उम्मीद करता हूं कि ऐसा कुछ ही दिन ही रहेगा क्योंकि इस समय भारी हिमपात से उन पेड़ों को नुकसान होगा, जिन पर अभी भी फल लगे हुए हैं।”

भाषा जोहेब देवेंद्र

देवेंद्र


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