#SarkarOnIBC24: स्पेस मिशन खास…शुभांशु रचेंगे इतिहास, 40 साल बाद फिर बनेगा इतिहास, एक्सिओम- 4 मिशन की तारीखों का हुआ ऐलान

#SarkarOnIBC24: स्पेस मिशन खास...शुभांशु रचेंगे इतिहास, 40 साल बाद फिर बनेगा इतिहास, एक्सिओम- 4 मिशन की तारीखों का हुआ ऐलान

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  • Publish Date - June 15, 2025 / 10:57 PM IST,
    Updated On - June 15, 2025 / 10:57 PM IST

#SarkarOnIBC24/ Image Credit: IBC24

HIGHLIGHTS
  • 40 साल बाद कोई भारतीय स्पेस की यात्रा करने वाला है।
  • एक्सिओम- 4 मिशन की नई तारीखों का हुआ ऐलान।
  • 19 जून को एक्सिओम- 4 मिशन लॉन्च किया जाएगा।

नई दिल्ली। #SarkarOnIBC24:  भारत अंतरिक्ष में एक बड़ी छलांग लगाने जा रहा है। 40 साल बाद कोई भारतीय स्पेस की यात्रा करने वाला है नासा, ISRO और स्पेस X के एक्सिओम- 4 मिशन की नई तारीखों का ऐलान हो गया है। 19 जून को एक्सिओम- 4 मिशन लॉन्च किया जाएगा। हालांकि इस मिशन के रास्ते में कई रुकवाटे आई कभी मौसम, तो कभी तकनीकी कारण आड़े आए, लेकिन आखिरकार भारत के पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने X पोस्ट के जरिए जानकारी दी कि, भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर ले जाने वाले एक्सिओम-4 मिशन की लॉन्च तिथि अब 19 जून, 2025 के लिए पुनर्निर्धारित की गई है। साथ ही स्पेस X टीम ने पुष्टि की है कि लॉन्च से पहले रुकावट डालने वाले सभी मुद्दों को संशोधित कर लिया गया है।  यानी एक्सिओम- 4 मिशन की लॉन्चिंग से जुड़ी सभी दिक्कतों को दूर कर लिया गया है। चलिए अब आपको बताते हैं कि वो कौन भारतीय है जो स्पेस स्टेशन पर रवाना होने वाला है और उसका भारत के मानवयुक्त मिशन गगनयान से क्या कनेक्शन है।

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इतिहास में पहली बार कोई भारतीय इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन यानी ISS पर जाने वाला है। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से स्पेस एक्स के फाल्कन-9 रॉकेट से अंतरिक्ष की उड़ान भरेंगे। पूरे भारत की नजर नासा के इस ऐतिहासिक मिशन पर है। शुभांशु राकेश शर्मा के बाद स्पेस में जाने वाले दूसरे भारतीय बनने जा रहे हैं। राकेश शर्मा ने 1984 में सोवियत यूनियन के स्पेसक्राफ्ट से अंतरिक्ष यात्रा की थी। शुभांशु के साथ इस मिशन में NASA और यूरोपीय स्पेस एजेंसी के तीन और यात्री भी शामिल होंगे। शुभांशु पायलट की भूमिका में होंगे और अंतरिक्ष में कई एक्सपेरिमेंट करेंगे। चलिए अब आपको बताते हैं कि शुभांशु शुक्ला कौन हैं।

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40 साल के शुभांशु शुक्ला उत्तर प्रदेश के लखनऊ के रहने वाले है। 15 सालों से भारतीय वायुसेना के अनुभवी टेस्ट पायलट और कॉम्बैट लीडर हैं। 1999 के कारगिल युद्ध से प्रेरित होकर शुभांशु ने NDA की परीक्षा पास की थी। शुभांशु 2006 में भारतीय वायुसेना में फाइटर पायलट बने। ISRO ने शुभांशु को साल 2019 में गगनयान मिशन के लिए चुना था। यूपी के शुभांशु को उनके मिशन के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने X पोस्ट कर बधाई दी है। योगी ने लिखा, यूपी के लाल, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को ऐतिहासिक #Axiom4 अंतरिक्ष मिशन के लिए हार्दिक शुभकामनाएं! वह इतिहास रचने जा रहे हैं.. हर भारतीय और उत्तर प्रदेश के हर परिवार के लिए ये गर्व का क्षण है।”

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भारत के लिए ये मिशन कितना महत्वपूर्ण है ये शुभांशु भी बखूबी समझते हैं। शुभांशु ने मिशन को लेकर कहा, मैं खुद को बेहद सौभाग्यशाली मानता हूं, कि मुझे इस मिशन का हिस्सा बनने का अवसर मिला। मेरा सपना शुरू में सिर्फ उड़ान भरना था अब अंतरिक्ष में जाने का मौका मिला है। मैं भले एक व्यक्ति के रूप में अंतरिक्ष की यात्रा पर जा रहा हूं लेकिन ये 1.4 अरब लोगों की यात्रा है, जो पूरी पीढ़ी में जिज्ञासा जागृत करेगी। इनोवेशन को बढ़ावा देगी जो भविष्य में ऐसे कई प्रोजेक्ट को संभव बनाएगी।

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#SarkarOnIBC24:  शुभांशु शुक्ला ही नहीं बल्कि उनके माता-पिता भी अपने बेटे की अंतरिक्ष यात्रा को लेकर बेहद उत्साहित है। भारत को शुभांशु शुक्ला के इस मिशन में शामिल होने से कई फायदे होंगे। पीएम मोदी ने 2027 में भारत का पहला मानवयुक्त गगनयान मिशन लॉन्च करने का फैसला किया है.. वहीं 2035 तक भारत का पहला स्पेस स्टेशन और 2040 तक चंद्रमा पर इंसानों को भेजने की योजना की घोषणा की है। देश को शुभांशु के अनुभव का फायदा इसमें मिलेगा। शुभांशु स्पेस में 14 दिन रहेंगे और 60 से ज्यादा एक्सपेरिमेंट करेंगे।  मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक भारत सरकार ने इस मिशन के लिए 60 मिलियन डॉलर से ज्यादा का भुगतान किया है। साफ है कि ISRO अब सिर्फ सेटेलाइट की लॉन्चिंग तक सीमित नहीं रहना चाहता, बल्कि अंतरिक्ष में मानव मिशन भेजकर अमेरिका, रूस और चीन की तरह बड़ा खिलाड़ी बनने की राह पर है।