सेक्स रैकेट का ‘स्टिंग ऑपरेशन’, हाईवे से लगे जंगल में सजे बिस्तर, ट्रक चालक और नाबालिग बने ग्राहक

सेक्स रैकेट का ‘स्टिंग ऑपरेशन’, हाईवे से लगे जंगल में सजे बिस्तर, ट्रक चालक और नाबालिग बने ग्राहक

'Sting operation' of sex racket

Modified Date: November 29, 2022 / 07:48 pm IST
Published Date: November 18, 2022 2:09 pm IST

‘Sting operation’ of sex racket: लुधियाना। पंजाब के लुधियाना में सेक्स रैकेट का गंदा खेल सामने आया है। घर होटल के बाद अब जंगलों में भी सेक्स रैकेट चलने लगा है। नेशनल हाईवे से लगे जंगलों में जिस्मफरोशी का धंधा चल रहा है। लुधियाना के जालंधर बाईपास के नजदीक कुछ महिलाएं जंगलों में जिस्मफरोशी करते हुए कैमरे में कैद हुईं हैं।

ये महिलाओं ग्राहकों को फंसाने के लिए दलाल भी रखी हुईं हैं। वहीं खुद भी हाईवे पर युवाओं को शिकार बनाने के लिए बैठे हुए देखी जा सकती हैं। हालाकि हाईवे पर ये कोई नया धंधा नहीं है। ये धंधा कई वर्षों से चल रहा है और इस धंधे में पुलिस और वन विभाग के कर्मचारी भी लिप्त हैं।

अब आपको बता दें कि महिलाओं के ग्राहक हाईवे में सफर तय करने वाले ट्रक चालक और उनके साथ रहने वाले खलासी नाबालिग होते हैं। इतना ही नहीं इस धंधे में लगी कुछ महिलाएं स्वयं ही ग्राहक तलाश लेती हैं। हाईवे पर यह गंदा काम दिन और रात दोनों समय चल रहा है। वहीं खाली सुनसान जगह पर वाहन चालक मौज-मस्ती के लिए डेरा जमाते हैं। जिस तरह से जंगलों के अंदर और बाहर जिस्मफरोशी चल रही है इससे साफ है कि पुलिस की मिलीभगत से ये कारोबार फल फूल रहा है।

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जंगल में लगाए बिस्तर

‘Sting operation’ of sex racket: इस जिस्मफरोशी के धंधे का स्टिंग ऑपरेशन आपरेशन में यह बात सामने आयी है कि महिलाओं ने जंगल में बिस्तर तक लगाया हुआ। जहां शारीरिक संबंध बनाए जाते हैं। जंगल में गंदगी के बीच बिस्तर लगाकर महिलाएं लोगों से जिस्म का सौदा कर रहीं हैं। महिलाओं के लिए ये जंगल बहुत सुरक्षित है, जहां आत तक पुलिस नहीं पहुंची है। यहां महिलाएं सिर्फ 200 रुपए में यह गंदा धंधा करती हैं।

यहां ये सेक्स वर्कर खुद मानती हैं कि जंगल में सेक्स करना आसान काम नहीं। पुलिस कर्मचारियों से लेकर वन विभाग तक उन्हें सेटिंग करनी पड़ती है। रोजाना मोटरसाइकिल पर आने वाले पुलिस कर्मचारी उससे 500 से 700 रुपए लेते हैं। ये पैसे प्रति महिला के हिसाब से लिए जाते हैं। जंगल सरकारी है, जिस कारण वन विभाग का भी एक कर्मचारी उनसे रोजाना के 200 रुपए प्रति महिला की वसूली करता है।

जंगल में लगती युवाओं की भीड़

वहीं आस-पास के लोगों की माने तो जंगल में रोजाना युवाओं की भीड़ लगी रहती है। कई बार इन्हें भगाने की भी कोशिश की गई, लेकिन इनके साथ के दलाल लोगों से झगड़ पड़ते हैं।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com