एनडीएमसी स्कूलों में छात्र मंत्रोच्चार और योग का अभ्यास करेंगे

एनडीएमसी स्कूलों में छात्र मंत्रोच्चार और योग का अभ्यास करेंगे

एनडीएमसी स्कूलों में छात्र मंत्रोच्चार और योग का अभ्यास करेंगे
Modified Date: September 5, 2025 / 12:39 am IST
Published Date: September 5, 2025 12:39 am IST

नयी दिल्ली, चार सितंबर (भाषा) एनडीएमसी स्कूलों में विद्यार्थी मंत्रोच्चार, योगाभ्यास और ध्यान के साथ अपना दिन शुरू करेंगे, जबकि शिक्षक पारंपरिक गुरु-शिष्य मॉडल के अनुसार शिक्षा प्रदान करेंगे।

यह ‘विकास भी, विरासत भी’ पाठ्यक्रम का हिस्सा है, जिसकी शुरूआत दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शिक्षक दिवस के एक दिन पहले बृहस्पतिवार को तालकटोरा स्टेडियम में किया। इस कार्यक्रम में शिक्षा के क्षेत्र में योगदान के लिए पंद्रह शिक्षकों को सम्मानित किया गया।

‘विकास भी, विरासत भी’ पहल का उद्देश्य भारत की सांस्कृतिक विरासत को आधुनिक शिक्षा में एकीकृत करना है, जिससे नई दिल्ली नगरपालिका (एनडीएमसी) द्वारा संचालित स्कूलों के 28,000 से अधिक छात्रों को लाभ होगा।

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पाठ्यक्रम दस्तावेज के अनुसार, छात्र अब दैनिक प्रार्थना सभा के दौरान गायत्री मंत्र, सरस्वती वंदना, गुरु मंत्र और शांति पाठ जैसे संस्कृत मंत्रों का पाठ करेंगे।

इसके अलावा स्कूल की समय-सारिणी में योग और ध्यान को शामिल करना है। पाठ्यक्रम गुरु-शिष्य परम्परा को पुनर्जीवित करता है, तथा शिक्षकों के प्रति सम्मान और सहपाठियों के बीच मार्गदर्शन को बढ़ावा देता है।

भाषा नोमान अविनाश

अविनाश


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