बढ़ते कोरोना को लेकर मचा हाहाकार! भारत में लगातार बढ़ रहे मरीज, जानें इस नए वेरिएंट के लक्षण
Symptoms of Corona's new variant BF.7: भारत में इस वेरिएंट के लगातार मामले सामने आ रहे हैं। आइए जानते हैं सब-वेरिएंट BF.7 के क्या हैं लक्षण-
2380 new corona cases were found in the last 24 hours
Symptoms of Corona’s new variant BF.7 : नई दिल्ली। चीन में कोरोना की अबतक की सबसे घातक लहर आई है। हर दिन लाखों की संख्या में नए मरीज सामने आने से अस्पतालों में लोगों को बेड नहीं मिल रहे हैं तो वहीं दवाओं की भी किल्लत हो गई है। बिना दवाओं के लोग तड़प रहे हैं। अपने पड़ोसी को मुसीबत में देखकर भारत एक बार फिर से सामने आया है।
Symptoms of Corona’s new variant BF.7 : भारत ने चीन में दवाएं भेजने का फैसला लिया है। भारत के दवा निर्यात निकाय के अध्यक्ष ने गुरुवार को कहा कि दुनिया के सबसे बड़े दवा निर्माताओं में से एक भारत ने कोरोना से जूझ रहे चीन की मदद करने का फैसला लिया है। भारत, चीन को बुखार की दवाएं देने के लिए तैयार है।
Symptoms of Corona’s new variant BF.7 : समय के साथ इस वायरस के नए-नए वेरिएंट सामने आ रहे हैं और म्यूटेशन के कारण यह वायरस अपने लक्षण भी बदल रहा है। चीन में कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट के नए सब-वेरिएंट ने तबाही मचा रखी है। भारत में इस वेरिएंट के लगातार मामले सामने आ रहे हैं। आइए जानते हैं ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट BF.7 के क्या हैं लक्षण-
1. BF.7 मुख्य रूप से ऊपरी श्वसन संक्रमण का कारण बनता है। इससे संक्रमित होने से सीने के ऊपरी हिस्सों और गले के पास दर्द होता है। इस वेरिएंट से संक्रमित मरीज को गले में खराश, छींक, बहती नाक, बंद नाक की शिकायत हो सकती है।
2. ऐसे मरीज को बिना कफ वाली खांसी, कफ के साथ खांसी, सिरदर्द के लक्षण दिखते हैं। इसके साथ ही मरीज को बोलने में परेशानी होती है और मांसपेशियों में दर्द बना रहता है।
3. ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट BF.7 से संक्रमित होने पर कुछ मरीजों को उल्टी और दस्त हो सकते हैं। डॉक्टरों की सलाह है कि ऐसे लक्षण दिखने पर तुरंत कोविड टेस्ट कराना चाहिए, क्योंकि सेल्फ आइसोलेशन और रिकवरी दवाओं के जरिए मरीज को संक्रमण से जल्द ठीक किया जा सकता है।
4. लगातार खांसी के साथ संक्रमित शख्स को कंपकंपी के साथ बुखार आ सकता है। उसको गंध ना आने की शिकायत भी हो सकती है। सांस लेने में दिक्कत और थकान का अनुभव भी होता है।
5. BF.7 के मामले में बीमारी की गंभीरता अधिक नहीं है। वास्तविक चिंता यह है कि यह लोगों की संख्या को संक्रमित कर सकता है। क्योंकि इसका म्यूटेशन बहुत तेजी से हो रहा है। देश में अभी रिकवरी रेट अधिक है, लेकिन अगर कोरोना के प्रसार पहले के प्रकारों की तुलना में अधिक है, तो मौतें अधिक हो सकती हैं।
6. BF.7 वेरिएंट कोरोना के स्पाइक प्रोटीन में एक खास म्यूटेशन से बना है, जिसका नाम है R346T। इसी म्यूटेशन की वजह से इस वेरिएंट पर एंटीबॉडी का असर नहीं होता।
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