तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने केंद्र की नयी शिक्षा नीति के जवाब में राज्य की नयी शिक्षा नीति की शुरुआत की

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने केंद्र की नयी शिक्षा नीति के जवाब में राज्य की नयी शिक्षा नीति की शुरुआत की

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने केंद्र की नयी शिक्षा नीति के जवाब में राज्य की नयी शिक्षा नीति की शुरुआत की
Modified Date: August 8, 2025 / 05:40 pm IST
Published Date: August 8, 2025 5:40 pm IST

चेन्नई, आठ अगस्त (भाषा) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने केंद्र की नयी शिक्षा नीति (एनईपी) के जवाब में शुक्रवार को राज्य की नयी शिक्षा नीति की शुरुआत की। वह मानते हैं कि केंद्र की नयी शिक्षा नीति सामाजिक न्याय के खिलाफ है और इसका उद्देश्य राज्य पर हिंदी को ‘थोपना’ है।

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में कहा कि तमिलनाडु, तमिल और अंग्रेजी की द्विभाषी नीति का पालन करने के प्रति दृढ़ है और राज्य की नयी शिक्षा नीति छात्रों को भविष्य के लिए तैयार एवं सुसज्जित करने के लिए बनायी गई है।

स्टालिन ने स्कूली छात्रों के लिए आयोजित राज्य स्तरीय सम्मान समारोह और राज्य शिक्षा नीति 2025 के विमोचन समारोह में कहा, ‘हम भविष्य के जीवन के लिए आवश्यक ऊर्जा प्रदान करना चाहते हैं। हम ऐसे छात्र तैयार करना चाहते हैं जो तकनीकी रूप से सक्षम, रचनात्मक, भविष्य के लिए तैयार और सुसज्जित हों।’

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उन्होंने कहा कि इसके अलावा शारीरिक गतिविधियों को भी महत्व देने का प्रस्ताव किया गया है।

स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में स्टालिन ने कहा, ‘मातृभाषा तमिल हमारी पहचान है, हमारा गौरव है। तमिल और अंग्रेजी की द्विभाषी नीति हमारा दृढ़ संकल्प है और मैं इसकी पुष्टि करता हूं।’

मुख्यमंत्री ने उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश पाने वाले राज्य के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को प्रशंसा प्रमाण पत्र और लैपटॉप प्रदान किए।

उन्होंने कहा, ‘तमिलनाडु राज्य स्कूल शिक्षा नीति 2025 जारी करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है। तमिलनाडु की हर चीज में एक अनूठी विशेषता है। यहां प्रगतिशील सोच है। इसी के आधार पर हमने भविष्य के लिए आवश्यक दृष्टिकोण के साथ यह शिक्षा नीति बनाई है।’

भाषा

शुभम रंजन

रंजन


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