तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने मेकेदातू बांध के मुद्दे पर कर्नाटक से बातचीत के विकल्प को खारिज किया | Tamil Nadu CM rejects option to hold talks with Karnataka on Mekedatu dam issue

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने मेकेदातू बांध के मुद्दे पर कर्नाटक से बातचीत के विकल्प को खारिज किया

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने मेकेदातू बांध के मुद्दे पर कर्नाटक से बातचीत के विकल्प को खारिज किया

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:41 PM IST, Published Date : July 19, 2021/11:18 am IST

नयी दिल्ली/चेन्नई, 19 जुलाई (भाषा) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने मेकेदातू बांध के मुद्दे पर कर्नाटक से बातचीत के विकल्प को सोमवार को खारिज कर दिया। स्टालिन ने राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि केंद्र द्वारा दिए गए आश्वासन के आधार पर उनकी सरकार को विश्वास है कि कर्नाटक इस पहल पर आगे नहीं बढ़ सकता और बांध के मसले पर कानूनी विकल्प भी अपनाए जाएंगे।

स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु सरकार ने 1921 में स्थापित विधानसभा की शताब्दी मनाने का निर्णय लिया है। तमिलनाडु विधानसभा को उस समय ‘मद्रास विधान परिषद’ के नाम से जाना जाता था जिसे तत्कालीन मद्रास प्रेसिडेंसी द्वारा निर्वाचित किया गया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति से शताब्दी समारोह की अध्यक्षता करने का अनुरोध किया जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। स्टालिन ने कहा कि समारोह के दौरान विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि की तस्वीर का अनावरण भी किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति कोविंद, मदुरै में एक पुस्तकालय, चेन्नई में एक सरकारी अस्पताल और स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ की स्मृति में एक स्तंभ का शिलान्यास करने के लिए भी सहमत हो गए हैं।

मेकेदातू बांध के मुद्दे पर कर्नाटक द्वारा केंद्र पर दबाव बनाने के बाबत पूछे जाने पर स्टालिन ने कहा कि उन्होंने हाल में प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान पड़ोसी राज्य द्वारा कावेरी नदी पर जलाशय बनाने के विरुद्ध कदम उठाने के लिए बात की थी।

स्टालिन ने कहा कि उनकी सरकार को विश्वास है कि प्रधानमंत्री और जल शक्ति मंत्री द्वारा आश्वासन दिए जाने के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा की पहल आगे नहीं बढ़ेगी।

उन्होंने कहा, “मामला उच्चतम न्यायालय में भी लंबित है। हम कानूनी रूप से इसका सामना करेंगे।” यह पूछे जाने पर कि क्या मेकेदातू मुद्दे पर तमिलनाडु सरकार कर्नाटक से बात करेगी, स्टालिन ने कहा, “बातचीत का अब कोई विकल्प नहीं है, यह हमारे (जल संसाधन) मंत्री (दुरईमुरुगन) द्वारा स्पष्ट कर दिया गया है।”

भाषा यश उमा

उमा

 

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