असम-मिजोरम सीमा पर तनाव
असम-मिजोरम सीमा पर तनाव
हैलाकांडी/आईजोल, 15 जुलाई (भाषा) मिजोरम पुलिस कर्मियों द्वारा पुलिस शिविर के लिए अस्थायी शेड के निर्माण के बाद असम-मिजोरम सीमा के गांव गुतगुती में तनाव उत्पन्न हो गया है। असम के अधिकारियों ने यह जानकारी दी है।
मिजोरम ने हालांकि दावा किया कि जिस जमीन पर पुलिस शिविर शेड बनाया गया है, वह उसी की है और कहा कि अगर असम की ओर से उसके क्षेत्र में और कोई अतिक्रमण किया जाता है तो उसके बल किसी भी समय प्रहार करने के लिए तैयार हैं।
असम के हैलाकांडी जिले के कतलीचेर्रा क्षेत्र के पुलिस और वन अधिकारियों की टीम ने शेड की ओर जाने की कोशिश की लेकिन सड़कों की खराब स्थिति की वजह से कथित रूप से वहां पहुंच नहीं सकी।
असम पुलिस ने कहा कि 10 जुलाई को मुख्य सचिव स्तर की बैठक के बाद मिजोरम पुलिस द्वारा नए सिरे से ढांचे के निर्माण से लोगों में काफी आक्रोश है।
असम-मिजोरम सीमा पर तनाव अब बराक घाटी के तीन जिलों के प्रशासन के लिए गंभीर चिंता का विषय है।
बताया जाता है कि मिजोरम पुलिस की कम से कम 200-250 पुलिस बटालियन असम में करीब तीन किलोमीटर अंदर शिविर के लिए शेड के निर्माण में लगी हुई हैं।
असम के रामनाथपुर थाने के प्रभारी लिटननाथ, घरमुरा के वन रेंज अधिकारी पी कलिता और पुलिस अधिकारियों की एक टीम इलाके में डेरा डाले हुए है।
कतलीचेर्रा से एआईयूडीएफ विधायक शुज़ाम उद्दीन लस्कर ने घटना पर गंभीर चिंता जताते हुए कहा है कि वे विधानसभा के अगले सत्र में मामले को उठाएंगे। उन्होंने असम सरकार से अपने निर्वाचन क्षेत्र के निवासियों के जीवन और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा।
इस बीच मिजोरम के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि दोनों राज्यों ने सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी है ताकि दोनों ओर से अतिक्रमण को रोका जा सके।
मिजोरम के पुलिस उप महानिरीक्षक (उत्तरी रेंज) लालबियाकथांगा खियांगते ने पीटीआई-भाषा को बताया कि स्थिति बहुत ही अस्थिर है और अगर एक पक्ष दूसरे पर अतिक्रमण करने की कोशिश करता है तो दोनों राज्यों के बलों में किसी भी समय सशस्त्र संघर्ष हो सकता है।
वर्तमान में वैरेंगते में डेरा डाले हुए खियांगते ने कहा, “अगर असम की ओर से मिजोरम के क्षेत्र में और अतिक्रमण किया जाता है तो हमारे बल किसी भी समय प्रहार (गोलीबारी) करने के लिए तैयार है।”
उन्होंने इस आरोप का खडंन किया कि मिजोरम ने असम में छह किलोमीटर अंदर अतिक्रमण कर लिया है।
इससे पहले, मिजोरम के मुख्य सचिव लालनुनमाविया चुआंगो ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को सूचित किया था कि असम द्वारा लगाया गया यह आरोप कि मिजोरम के उपद्रवियों ने असम क्षेत्र में अतिक्रमण किया है, पूरी तरह से गलत है।
भाषा
नोमान अमित
अमित

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