Tension will increase due to inflation after the epidemic, IMF warns

महामारी के बाद अब महंगाई की मार! अगले साल तेजी से बढ़ेगी महंगाई दर, IMF ने जारी की चेतावनी

Tension will increase due to inflation after the epidemic, IMF warns : महामारी के बाद अब महंगाई की मार! अगले साल तेजी से बढ़ेगी महंगाई दर, IMF ने जारी की चेतावनी

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:53 PM IST, Published Date : July 21, 2022/10:54 am IST

Inflation Hit After Corona Pandemic : नई दिल्ली। देश-दुनिया में बीते कुछ सालों से बहुत उथल-पुथल मची हुई है। पिछले 2 सालों से कोरोना ने पूरी दुनिया में हाहाकार मचाया हुआ है। कोरोना को लेकर बरती गई सावधानियां और वैक्सीन के बावजूद कोरोना दुनिया का पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रहा है। आर्थिक मोर्चे पर दुनिया की चुनौतियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पहले कोरोना महामारी ने दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं के लिए मुश्किल हालात पैदा किया। अब दुनिया महंगाई की मार से परेशान है और वैश्विक आर्थिक मंदी का खतरा सिर पर मंडरा रहा है। इस बीच अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रमुख क्रिस्टालिना जियॉर्जिएवा ने महंगाई को लेकर एक ऐसी चेतावनी जारी की है।

IMF की तरफ से जारी चेतावनी ने दुनिया भर के नीति-नियंताओं के लिए चिंता बढ़ा दी है। अपनी वार्निंग में उन्होंने साफ कहा कि अगला साल यानी 2023 भी कम चुनौतीपूर्ण नहीं होने वाला है और अभी दशकों के उच्च स्तर पर पहुंची महंगाई के कारण दुनिया भर में करोड़ों लोग गरीबी के शिकंजे में फंसने वाले हैं।

Read More : पत्नी के अरमानों पर फिरा पानी, शादी की पहली रात पति ने कर दी ऐसी हरकत, फूट-फूट कर लगी रोने

अगले साल बढ़ेंगी मुश्किलें

IMF के एमडी ने एक ब्लॉग पोस्ट ‘Facing a Darkening Economic Outlook: How the G20 Can Respond’ ये चेतावनी दी। इस पोस्ट में उन्होंने कहा है कि यह साल ही कम चुनौतियों वाला नहीं है, लेकिन अगले साल चुनौतियां और गंभीर हो जाएंगी। जियॉर्जिएवा ने पोस्ट में कहा कि दुनिया को हाल-फिलहाल महंगाई की उच्च दर से राहत मिलने की कोई उम्मीद दिखाई नहीं दे रही है। दुनिया पहले से कोविड-19 महामारी और रूस-यूक्रेन जंग की दोहरी चुनौती का सामना कर रही है। इस बीच महंगाई की मार ने मंदी का जोखिम और भी बढ़ा दिया है।

IMF ने महंगाई की उच्च दर को लेकर चेताया

कोरोना काल के बाद अब महंगाई की मार लोगों को परेशान करने वाली है। इस बात को लेकर उन्होंने कहा कि चिंता की सबसे बड़ी बात दुनिया भर में महंगाई की उच्च दर है। पूर्वी यूरोप में जारी लड़ाई ने इसे और बढ़ाया है। इससे पहले आईएमएफ ने अप्रैल 2022 में जारी इकोनॉमिक आउटलुक में कहा था कि पहले से उच्च स्तर पर पहुंची महंगाई लंबे समय तक परेशान करने वाली है। IMF के अनुमान के अनुसार, साल 2022 के दौरान विकसित अर्थव्यवस्थाओं में महंगाई की दर 5.7 फीसदी रह सकती है, जबकि विकासशील देशों में यह दर बढ़कर 8.7 फीसदी पर पहुंच जाने के अनुमान हैं।

Read More : पिता का कई लड़कियों से था अवैध संबंध, रात में सोते समय बेटे ने मार दी गोली, ऐसे हुआ मामले का खुलासा

लगातार 3 महीनों से 15 फीसदी के पार महंगाई

आपकी जानकारी के लिए बता दें अभी भारत और अमेरिका समेत दुनिया के लगभग सारे देश रिकॉर्ड महंगाई से जूझ रहे हैं। भारत में महंगाई की दर में नरमी आने लगी है, लेकिन यह अभी भी कई सालों के उच्च स्तर पर बनी हुई है। एक रिपोर्ट के अनुसार जून महीने में थोक महंगाई की दर 15.18 फीसदी रही। बता दें यह मई के 15.88 फीसदी की तुलना में कम है। साल भर पहले की तुलना में देखें तो महंगाई अभी भी ठीक-ठाक ऊपर है। जून 2021 में थोक महंगाई की दर 12.07 फीसदी रही थी। यह लगातार तीसरा ऐसा महीना है, जब थोक महंगाई की दर 15 फीसदी के पार रही है।

ये है अमेरिका का हाल

इसके साथ ही अप्रैल 2022 में थोक महंगाई की दर बढ़कर 15.08 फीसदी पर पहुंच गई थी। इसके बाद मई में थोक महंगाई ने नया रिकॉर्ड बना दिया था। हालांकि जून में आंकड़ों में कुछ नरमी आने से राहत के संकेत दिख रहे हैं। बताया गया कि साल 1998 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब थोक महंगाई की दर 15 फीसदी के पार निकली है। वहीं खुदरा मुद्रास्फीति जून महीने में 7.01 प्रतिशत रही, जो मई महीने से 0.3 फीसदी कम है। मई में खुदरा महंगाई दर 7.04 फीसदी रही थी। हालांकि खुदरा महंगाई लगातार छठे महीने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के तय लक्ष्य की सीमा से ऊपर है। बता दें अप्रैल के महीने में खुदरा मंहगाई दर 7.79 फीसदी थी। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश अमेरिका की बात करें तो वहां जून महीने में महंगाई की दर बढ़कर 9.1 फीसदी पर पहुंच गई, जो पिछले 41 सालों में सबसे ज्यादा है।

Read More : शादी का जोड़ा पहनते ही गायब हो जाती थी दुल्हन, धोखे से अपने साथ ले जाता था ये ‘जानी दुश्मन’

चीन में अर्थव्यवस्था की रफ्तार सुस्त

भारत और अमेरिका के अलावा भी अन्य सभी देश महंगाई की मार झेल रहे हैं। IMF की MD जियॉर्जिएवा ने कहा कि महंगाई की ये उच्च दर कोविड महामारी के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था में हुई रिकवरी को मटियामेट कर सकती है। उन्होंने दुनिया के सभी देशों से महंगाई को काबू करने के हरसंभव कदम उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि सेंट्रल बैंक्स ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं और महंगाई को काबू करने में यह उपयोगी साबित हो सकता है। इसके साथ ही उन्होंने पोस्ट में लिखा कि पिछले एक साल में यानी जुलाई 2021 से लेकर अब तक दुनिया भर के 75 सेंट्रल बैंक ब्याज दर को औसतन 3.8 गुना बढ़ा चुके हैं। आईएमएफ चीफ ने चीन को लेकर कहा कि वहां की अर्थव्यवस्था की स्थिति परेशान करने वाली है। चीन में अर्थव्यवस्था की रफ्तार सुस्त पड़ने से हालात मौजूदा अनुमान से भी बदतर हो सकते हैं।

Read more: IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

 
Flowers