भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों को प्रदर्शनी के लिए वायुसेना के विशेष विमान से वियतनाम ले जाया जाएगा

भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों को प्रदर्शनी के लिए वायुसेना के विशेष विमान से वियतनाम ले जाया जाएगा

भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों को प्रदर्शनी के लिए वायुसेना के विशेष विमान से वियतनाम ले जाया जाएगा
Modified Date: May 1, 2025 / 10:23 pm IST
Published Date: May 1, 2025 10:23 pm IST

नयी दिल्ली, 30 अप्रैल (भाषा) उत्तर प्रदेश के सारनाथ स्थित एक विहार में स्थापित भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों को मई माह में वियतनाम में आयोजित एक प्रदर्शनी के लिए बृहस्पतिवार रात गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस से भारतीय वायुसेना के एक विशेष विमान द्वारा वियतनाम ले जाया जाएगा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

पवित्र अवशेषों की प्रदर्शनी वियतनाम में दो से 21 मई तक संयुक्त राष्ट्र दिवस वेसाक के भव्य समारोह के दौरान आयोजित की जाएगी।

संस्कृति मंत्रालय के एक अधिकारी ने पहले ही कहा था कि पवित्र अवशेषों को भारतीय वायुसेना के एक विशेष विमान द्वारा बड़ी श्रद्धा के साथ हो ची मिन्ह सिटी ले जाया जाएगा, जो ‘राज्य अतिथि’ के दर्जे के अनुरूप है।

 ⁠

पवित्र अवशेषों को बुधवार को औपचारिक रूप से दिल्ली लाया गया और कुछ घंटों की प्रार्थना के लिए राष्ट्रीय संग्रहालय के ‘विशेष संरक्षित क्षेत्र’ में रखा गया।

अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार शाम को भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों को राष्ट्रीय संग्रहालय से पूरे राजकीय सम्मान के साथ एक विशेष बुलेटप्रूफ वाहन में रखकर वियतनाम की यात्रा के लिए हिंडन एयरबेस ले जाया गया।

पवित्र अवशेषों को राष्ट्रीय संग्रहालय से बाहर निकालकर विशेष वाहन में रखे जाने के दौरान भिक्षुओं और भिक्षुणियों ने प्रार्थनाएं कीं।

वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हवाई अड्डे पर विदाई के लिए ‘वायुसेना का विशेष गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि विशेष सम्मान के रूप में वियतनाम से लगभग 120 भिक्षु आए, उन्होंने राष्ट्रीय संग्रहालय में अनुष्ठान किए तथा पवित्र अवशेषों के समक्ष श्रद्धासुमन अर्पित किये।

मूलगंध कुटी विहार में रखे गए बुद्ध के ये अवशेष आंध्र प्रदेश के एक प्रमुख स्थल नागार्जुन कोंडा में खुदाई के दौरान प्राप्त किये गये थे।

वियतनाम में पवित्र अवशेषों को कई महत्वपूर्ण स्थलों पर समारोहपूर्वक रखा जाएगा और पूजा-अर्चना की जाएगी।

भाषा

शुभम सुरेश

सुरेश


लेखक के बारे में