पेड़ों की अवैध कटाई पर नहीं होगी जेल! मंत्रालय ने भेजा ऐसी सजा देने का प्रस्ताव…देखें

illegal felling of trees: मंत्रालय ने जंगल में पेड़ों की अवैध कटाई पर जेल की जगह 500 रुपये जुर्माने का प्रस्ताव रखा The ministry proposed a fine of Rs 500 instead of jail for illegal felling of trees in the forest

पेड़ों की अवैध कटाई पर नहीं होगी जेल! मंत्रालय ने भेजा ऐसी सजा देने का प्रस्ताव…देखें
Modified Date: November 29, 2022 / 08:41 pm IST
Published Date: July 12, 2022 12:26 am IST

illegal felling of trees: नयी दिल्ली, 11 जुलाई ।  केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने जंगलों में अवैध अतिक्रमण और पेड़ काटने के मामलों में दी जाने वाली छह महीने कारावास की सजा के स्थान पर 500 रुपये जुर्माने लगाने का प्रावधान करने के लिए भारतीय वन अधिनियम (आईएफए), 1927 में संशोधन करने का प्रस्ताव रखा है।

मंत्रालय ने नौ जुलाई को जारी एक नोटिस में कहा,‘‘ यह कदम कानून के अपेक्षाकृत मामूली उल्लंघन को आपराधिक दोष मानना बंद करने, मामलों के तेज समाधान, नागरिकों पर इसके पालन के दबाव को कम करने, दंड को तर्कसंगत बनाने और नागरिकों के उत्पीड़न को रोकने के लिए उठाया गया है।’’

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illegal felling of trees: मंत्रालय ने कहा कि कई बार बड़े और छोटे अपराध में फर्क करने में दिक्कत होती है और इस वजह से दोनों प्रकार के अपराधों में सजा अक्सर समान होती है।

उसने कहा, ‘‘ इससे आदतन अपराधी व्यक्ति और अधिक अपराध करने को प्रेरित होते हैं, क्योंकि पहली बार अपराध करने वालों और बार-बार अपराध करने वालों को समान स्तर की सजा दिए जाने का प्रावधान है, इसलिए इसे संशोधित करके अधिनियम में ऐसे प्रावधानों को शामिल करने की आवश्यकता है, जो अलग-अलग दंड निर्धारित करें।’’

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मंत्रालय ने आम जनता से 31 जुलाई तक प्रस्ताव पर टिप्पणी और सुझाव भेजने का अनुरोध किया है।

 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com