CDS Anil Chauhan on China: सीडीएस अनिल चौहान ने खोली चीनी दावों की पोल.. बोले, “एक छोटी क्लिप देखकर किसी विमान को छठी पीढ़ी का नहीं कहा जा सकता”

एरो इंडिया शो इस बात का प्रमाण है कि भारत रक्षा क्षेत्र में तेजी से आत्मनिर्भर हो रहा है। स्वदेशी तकनीक, अनुसंधान और विकास को प्राथमिकता देते हुए, भारतीय सशस्त्र बल अपनी ताकत और तैयारियों को नए स्तर पर ले जाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।

CDS Anil Chauhan on China: सीडीएस अनिल चौहान ने खोली चीनी दावों की पोल.. बोले, “एक छोटी क्लिप देखकर किसी विमान को छठी पीढ़ी का नहीं कहा जा सकता”

CDS Anil Chauhan on China || Image- ANI News

Modified Date: February 12, 2025 / 08:35 pm IST
Published Date: February 12, 2025 8:35 pm IST
HIGHLIGHTS
  • बेंगलुरु में जारी 'एरो इंडिया शो'
  • देश-दुनिया देख रही भारतीय वायुसेना की ताकत और क्षमता
  • बड़ी संख्या में देखने पहुँच रहे है लोग

The truth of China’s 6th generation fighter aircraft: बेंगलुरु: आईटी सिटी बेंगलुरु में आयोजित एरो इंडिया शो के दौरान सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने एक मीडिया संस्थान से बातचीत की है। इस चर्चा के दौरान उन्होंने चीन के छठी पीढ़ी (6th Generation) के लड़ाकू विमान को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की और उसकी वास्तविकता पर सवाल उठाए।

Read More: ‘अगर गैर-आदिवासी व्यक्ति से शादी की तो काट दिए जाएं हाथ और पैर..’ मांझी सरकार ने पुलिस से क्यों की ऐसी मांग

उन्होंने कहा, “जहां तक चीन के छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमान की बात है, तो अभी विश्व स्तर पर इसकी कोई ठोस परिभाषा निर्धारित नहीं है। मेरी समझ से, इस श्रेणी के विमानों में इंटीग्रेटेड नेटवर्क क्षमताएं होनी चाहिए। केवल एक छोटी क्लिप देखकर किसी विमान को छठी पीढ़ी का नहीं कहा जा सकता। कई देश इस दिशा में काम कर रहे हैं, लेकिन अभी इस तकनीक को हासिल करने में काफी समय लगेगा।”

 ⁠

भारत के AMCA प्रोग्राम पर जोर

The truth of China’s 6th generation fighter aircraft : जनरल चौहान ने यह भी बताया कि भारत का AMCA (Advanced Medium Combat Aircraft) प्रोग्राम तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस बार एरो इंडिया में रक्षा मंत्री ने इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को लॉन्च किया, जो भारत के आत्मनिर्भरता अभियान की एक बड़ी उपलब्धि है। इस शो के दौरान संयुक्त उत्पादन (Joint Production) पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिससे रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता को और मजबूती मिलेगी।

आर्मी चीफ उपेंद्र द्विवेदी का बयान

भारतीय सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी ने भी बातचीत में कहा, “ड्रोन, काउंटर-ड्रोन और अन्य अत्याधुनिक उपकरणों के क्षेत्र में हम विश्व की सर्वश्रेष्ठ तकनीकों के साथ सहयोग की संभावनाएं तलाश रहे हैं, ताकि इन्हें भारत में निर्मित किया जा सके। हमारी सेना हमेशा से सक्षम रही है और हमारे सैनिकों ने कभी देश को निराश नहीं किया। मौजूदा समय में हमारे पास कई महत्वपूर्ण क्षमताएं हैं, लेकिन हम इन्हें और मजबूत करना चाहते हैं क्योंकि हमारे विरोधी भी अपनी ताकत बढ़ा रहे हैं।”

Read Also: Meat Found In Temple: फिर की गई हिंदू आस्था को ठेस पहुंचाने की कोशिश, मंदिर परिसर में मिला मांस का टुकड़ा, अब मचा बवाल 

आत्मनिर्भर भारत की ओर मजबूत कदम

The truth of China’s 6th generation fighter aircraft : एरो इंडिया शो इस बात का प्रमाण है कि भारत रक्षा क्षेत्र में तेजी से आत्मनिर्भर हो रहा है। स्वदेशी तकनीक, अनुसंधान और विकास को प्राथमिकता देते हुए, भारतीय सशस्त्र बल अपनी ताकत और तैयारियों को नए स्तर पर ले जाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

A journey of 10 years of extraordinary journalism.. a struggling experience, opportunity to work with big names like Dainik Bhaskar and Navbharat, priority given to public concerns, currently with IBC24 Raipur for three years, future journey unknown