वर्ष 2025 कर्नाटक के लिए उपलब्धियों, त्रासदियों और नेतृत्व संघर्ष का रहा साल
वर्ष 2025 कर्नाटक के लिए उपलब्धियों, त्रासदियों और नेतृत्व संघर्ष का रहा साल
( जी मंजू साइनाथ )
बेंगलुरु, 25 दिसंबर (भाषा) वर्ष 2025 के आखिरी महीनों में कर्नाटक की राजनीति में मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार के बीच नेतृत्व को लेकर चला संघर्ष तथा उसका सत्तारूढ़ कांग्रेस पर असर हावी रहा। इसी साल चार जून को एक बड़ी त्रासदी भी हुई, जब रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की पहली आईपीएल जीत का जश्न मना रहे क्रिकेट प्रेमी एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर मची भगदड़ में का शिकार हुए, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए।
राज्य तब भी सुर्खियों में रहा, जब साहित्यकार बानू मुश्ताक और दीपा भस्थी को मुश्ताक की पुस्तक ‘हार्ट लैम्प’ के लिए प्रतिष्ठित बुकर पुरस्कार मिला। मुश्ताक राजनीतिक विवाद में भी घिरीं, जब विपक्षी भाजपा ने सरकार के मैसूर दशहरा उद्घाटन के लिए उन्हें आमंत्रित किए जाने का विरोध किया तथा उनसे कन्नड़ भाषा और देवी चामुंडेश्वरी पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा।
यह मामला उच्चतम न्यायालय पहुंचा, जिसने इस वर्ष मैसूर दशहरा उद्घाटन के लिए अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार विजेता को आमंत्रित करने के कर्नाटक सरकार के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी।
कांग्रेस में नेतृत्व संकट लगातार रहा। सिद्धरमैया ने स्पष्ट किया कि वह पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे, वहीं शिवकुमार समर्थकों ने 20 नवंबर तक, जब सरकार का कार्यकाल आधा पूरा हुआ, तो नेतृत्व परिवर्तन पर जोर दिया। दोनों नेताओं के समर्थकों के सार्वजनिक बयानों से स्थिति और उलझ गई, जिसके बाद पार्टी ने गतिरोध तोड़ने के लिए ‘जलपान कूटनीति’ का सहारा लिया।
‘जलपान कूटनीति’ में सिद्धरमैया और शिवकुमार ने एक-दूसरे की मेजबानी में नाश्ता किया, जिससे तनातनी में कुछ नरमी के संकेत मिले। हालांकि दिसंबर में बेलगावी में हुए कर्नाटक विधानसभा के संक्षिप्त सत्र के दौरान यह मुद्दा फिर उठा और नेतृत्व विवाद थमता नजर नहीं आया।
जून में आरसीबी की पहली आईपीएल जीत का जश्न कुछ ही मिनटों में मातम में बदल गया। भगदड़ में 11 लोगों की मौत और 50 अन्य के घायल होने के बाद अधिकारियों ने चिन्नास्वामी स्टेडियम में किसी भी मैच के आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया।
वर्ष 2025 में विपक्षी भाजपा भी आंतरिक कलह में उलझी। विजयपुरा से विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा तथा उनके पुत्रों—राज्य भाजपा अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र और शिवमोग्गा सांसद बी वाई राघवेंद्र—के खिलाफ लगातार बयानबाजी की। पार्टी ने मार्च में यतनाल को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया। दो अन्य विधायकों और पूर्व मंत्रियों एस टी सोमशेखर और अरभाइल शिवराम हेब्बार को ‘मूल पार्टी कांग्रेस’ का साथ देने के आरोप में पार्टी से हटा दिया गया।
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने रिकॉर्ड 16वीं बार बजट पेश किया। वर्ष 2025-26 का बजट आकार 4.09 लाख करोड़ रुपये रहा।
राज्य की राजधानी के प्रशासन में 15 मई को बड़ा बदलाव आया, जब ‘ग्रेटर बेंगलुरु गवर्नेंस एक्ट’ लागू हुआ और बृहद बेंगलुरु महानगर पालिका को पांच नगर निगमों में विभाजित किया गया।
अगस्त में कांग्रेस को झटका लगा, जब सहकारिता मंत्री के एन राजन्ना को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया। उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में कथित वोट चोरी के लिए अपनी ही सरकार को जिम्मेदार ठहराया था।
कावेरी जल बंटवारे के लंबे विवाद में तमिलनाडु के खिलाफ कर्नाटक को बड़ी कानूनी जीत मिली, जब उच्चतम न्यायालय ने मेकेदातु बैलेंसिंग रिजर्वायर परियोजना के खिलाफ पड़ोसी राज्य की याचिका को ‘असामयिक’ बताते हुए खारिज कर दिया। इस परियोजना का उद्देश्य बेंगलुरु की पेयजल जरूरतें पूरी करना और जलविद्युत उत्पादन करना है।
दिसंबर में कर्नाटक नफरत फैलाने वाले भाषण और अपराधों के खिलाफ कानून पारित करने वाला दक्षिण भारत का पहला राज्य बना। ‘कर्नाटक घृणा भाषण एवं घृणा अपराध (रोकथा) विधेयक, 2025’ में सात साल तक की सजा का प्रावधान है। इसके बाद ‘कर्नाटक सोशल बॉयकॉट सामाजिक बहिष्कार (रोकथाम, निषेध एवं शिकायत निस्तारण) विधेयक’ भी पारित किया गया, जो गांवों में सामाजिक बहिष्कार जैसी प्रथाओं को अपराध की श्रेणी में लाता है।
बीदर में एटीएम में डालने के लिए रखी गई 83 लाख रुपये की नकदी की सशस्त्र लूट का विरोध करने पर एक कर्मचारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। नवंबर में बेंगलुरु पुलिस ने एक पुलिस कांस्टेबल के नेतृत्व वाले गिरोह द्वारा की गई सात करोड़ रुपये की लूट का पर्दाफाश किया। दावणगेरे में सोने की लूट के मामले में दो उपनिरीक्षकों समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया गया।
पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा के पोते और पूर्व हासन सांसद प्रज्वल रेवन्ना को दो अगस्त को यौन उत्पीड़न मामले में आजीवन कारावास और 10 लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई गई।
सोना तस्करी के एक बड़े मामले में दुबई से लौटने पर 14.2 किलोग्राम सोने के साथ एक डीजीपी रैंक के अधिकारी की सौतेली बेटी हर्षवर्धिनी रान्या राव को गिरफ्तार किया गया।
वर्ष 2025 में दक्षिण भारतीय सिनेमा की वरिष्ठ अभिनेत्री बी सरोजा देवी और सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायक शमनुरु शिवशंकरप्पा, जो देश के वरिष्ठतम राजनेताओं में शामिल थे, का निधन भी हुआ।
भाषा मनीषा माधव
माधव

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