प्रतिशोध का कोई अंत नहीं होता, कमजोर लोगों को असहनीय कीमत चुकानी पड़ती है : महबूबा

प्रतिशोध का कोई अंत नहीं होता, कमजोर लोगों को असहनीय कीमत चुकानी पड़ती है : महबूबा

प्रतिशोध का कोई अंत नहीं होता, कमजोर लोगों को असहनीय कीमत चुकानी पड़ती है : महबूबा
Modified Date: May 8, 2025 / 12:29 am IST
Published Date: May 8, 2025 12:29 am IST

श्रीनगर, सात मई (भाषा) पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को कहा कि जब प्रतिशोध का कोई अंत नहीं होता है तो बेजुबान और असहाय लोगों को असहनीय कीमत चुकानी पड़ती है।

महबूबा की यह टिप्पणी जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा सीमा पार से की गई गोलाबारी के मद्देनजर आई है।

जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री रह चुकी महबूबा ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पहलगाम में हुए भयावह हमले के बाद, मुझे लगा कि मैंने त्रासदी की गहराई देख ली है। लेकिन आज जब मैंने भारत-पाकिस्तान तनाव की गोलीबारी में मारे गए मासूम बच्चों की भयावह तस्वीरें देखीं, तो मुझे एहसास हुआ कि अभी और भी बुरा समय आने वाला है।’’

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उन्होंने पोस्ट में लिखा, ‘‘जब प्रतिशोध का कोई अंत नहीं होता, तो बेजुबान और असहाय लोग असहनीय कीमत चुकाते हैं – उनका छीन लिया गया भविष्य, एक ऐसा घाव है, जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।’’

बुधवार को जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास अग्रिम गांवों को निशाना बनाकर पाकिस्तानी सेना ने कई वर्षों में सबसे भीषण गोलाबारी की और मोर्टार दागे, जिसमें चार बच्चों और एक सैनिक सहित कम से कम 13 लोग मारे गए जबकि 57 घायल हो गए।

भाषा रंजन माधव

माधव


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