Cauvery Water Dispute

Cauvery Water Dispute : कावेरी जल विवाद को लेकर सुलग रहे ये दो राज्य, कर्नाटक सीएम ने BJP-JDS पर लगाए गंभीर आरोप

Cauvery Water Dispute: मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मंगलवार को इन आरोपों को खारिज कर दिया कि उनकी सरकार इस मुद्दे पर विफल रही है।

Edited By :   Modified Date:  September 26, 2023 / 05:12 PM IST, Published Date : September 26, 2023/3:34 pm IST

Cauvery Water Dispute : मैसूर। विपक्षी दल भाजपा और जनता दल (सेक्युलर) पर कावेरी विवाद का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मंगलवार को इन आरोपों को खारिज कर दिया कि उनकी सरकार इस मुद्दे पर विफल रही है। सिद्धरमैया ने कहा कि उनकी सरकार राज्य, उसके लोगों और किसानों के हितों की रक्षा में कभी पीछे नहीं रही है। उन्होंने पड़ोसी राज्य तमिलनाडु के साथ विवाद के समाधान के रूप में जल बंटवारे के फॉर्मूले और कावेरी नदी पर मेकेदातु परियोजना के निर्माण के महत्व को दोहराया।

 

Cauvery Water Dispute : तमिलनाडु के लिए कावेरी नदी का पानी छोड़े जाने के खिलाफ किसानों और कन्नड़ संगठनों द्वारा मंगलवार को आहूत ‘बेंगलुरु बंद’ को आंशिक प्रतिक्रिया मिली और अधिकतर सार्वजनिक सेवाएं सामान्य रूप से संचालित हुईं, लेकिन लोगों की आवाजाही अपेक्षाकृत कम नजर आई। इस बंद को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जद (एस) ने समर्थन दिया है।मुख्यमंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा, यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा और जद(एस) कावेरी मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं। वे ऐसा राज्य या इसके लोगों के हित के लिए नहीं, बल्कि राजनीतिक लाभ के लिए कर रहे हैं।

read more : Lucknow News: यूपी ATS की बड़ी कार्रवाई, ISI जासूस को किया गिरफ्तार, बड़ी साजिश की फिराक में था आतंकवादी 

Cauvery Water Dispute : उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा कि लोकतंत्र में हर किसी को विरोध करने और बंद का आह्वान करने का अधिकार है, लेकिन अदालत ने जुलूस और बंद को प्रतिबंधित कर दिया है, इसलिए निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी कानून को अपने हाथ में न ले। सिद्धरमैया ने कहा, उन्हें विरोध करने दीजिए, हम इसके खिलाफ नहीं हैं। लेकिन, इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए और राजनीतिक लाभ के लिए इसका इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। यह राज्य के हित में नहीं है।

 

जद (एस) नेता एच.डी. कुमारस्वामी द्वारा कांग्रेस की कर्नाटक इकाई को तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रमुक की ‘बी टीम’ कहे जाने पर, सिद्धरमैया ने पूछा कि वह भाजपा (जद-एस की नयी गठबंधन सहयोगी) को क्या कहेंगे, जो हाल तक तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक के साथ गठबंधन में थी। उन्होंने कहा, पूर्व प्रधानमंत्री और जद (एस) प्रमुख एच.डी. देवेगौड़ा ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कावेरी मुद्दे को सुलझाने के लिए हस्तक्षेप की मांग की है। मैंने इस कदम का स्वागत किया है, लेकिन यह आरोप लगाना राजनीति है कि राज्य सरकार इस मुद्दे पर विफल रही है।

 

 

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में किसकी सरकार बनाएंगे आप, इस सर्वे में क्लिक करके बताएं अपना मत

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

Follow the IBC24 News channel on WhatsAp