इस साल देश में सामान्य के मुकाबले कुछ कम बारिश, प्रशांत महासागर में तापमान बढ़ोत्तरी की वजह से एल-नीनो की संभावना अधिक

इस साल देश में सामान्य के मुकाबले कुछ कम बारिश, प्रशांत महासागर में तापमान बढ़ोत्तरी की वजह से एल-नीनो की संभावना अधिक

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  • Publish Date - April 3, 2019 / 11:16 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:55 PM IST

नई दिल्ली। मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली निजी संस्था स्काइमेट वेदर ने इस साल देश में सामान्य के मुकाबले कुछ कम बारिश होने का अनुमान जताया है। भारत में मानसून सीजन जून से सितंबर तक होता है। मौसम का आकलन करने वाली निजी संस्था स्काइमेट वेदर ने बुधवार को यह अनुमान जारी किया है। संस्था के मैनेजिंग डायरेक्टर जतिन सिंह के मुताबिक प्रशांत महासागर में तापमान में हुई बढ़ोत्तरी की वजह से इस बार एल-नीनो की संभावना अधिक है।

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स्काइमेट वेदर के मुताबिक अप्रैल से मई के दौरान एल-नीनो की संभावना 80 प्रतिशत और जून से अगस्त के दौरान संभावना 60 प्रतिशत है। मौसम का आंकलन करने वाली संस्था के मुताबिक इस साल सामान्य से बहुत ज्यादा यानि 110% से अधिक बरसात की जरा भी संभावना नहीं है, सामान्य से ज्यादा (105%-110%) बरसात की संभावना भी नहीं है, जबकि सिर्फ 30 प्रतिशत संभावना सामान्य (96%-104%) बरसात की है, 55 प्रतिशत संभावना सामान्य से कम (90%-95%) बरसात की है और 15 प्रतिशत संभावना सूखे (90% से कम बरसात) की है।

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स्काइमेट वेदर के मुताबिक इस साल जून महीने के दौरान सामान्य के मुकाबले सिर्फ 77 प्रतिशत, जुलाई माह में 91 प्रतिशत, अगस्त मंथ के दौरान 102 प्रतिशत और सीजन के अंतिम महीने यानि सितंबर के दौरान 99 प्रतिशत बरसात होने की संभावना है। निजी संस्था की रिपोर्ट के मुताबिक बारिश सामान्य होगी । बहुत अधिक वर्षा का अनुमान नहीं है।