राजधानी की ओर बढ़ रहे हजारों किसान, संसद तक करेंगे मार्च, राकेश टिकैत ने दी ये चेतावनी
Farmes Protest 2023 : पंजाब की किसान यूनियनें एक बार फिर राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने को तैयार है। इस बार सभी किसानों को सभी फसलों के न्यूनतम
Farmes Protest 2023
नई दिल्ली : Farmes Protest 2023 : पंजाब की किसान यूनियनें एक बार फिर राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने को तैयार है। इस बार सभी किसानों को सभी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी देने की मांग कर रहे हैं। उनमें से पांच की 13 मार्च को दिल्ली में प्रवेश करने की पूरी तैयारी है। इन पांच पांच किसान संगठन में बीकेयू राजेवाल, ऑल इंडिया किसान फेडरेशन, किसान संघर्ष कमेटी पंजाब, बीकेयू मनसा और आजाद किसान संघर्ष कमेटी मांगों को लेकर संसद तक मार्च निकालेंगे. किसान संगठन सुबह 8 बजे गुरुद्वारा बंगला साहिब में इकट्ठा होंगे।
संसद तक मार्च करेंगे किसान
Farmes Protest 2023 : यह विरोध कल यानी सोमवार और आने वाली 20 तारीख को भी होगा। पुलिस के मुताबिक 2 हज़ार से ज्यादा किसानों के जुटने की उम्मीद है। किसान प्रधानमंत्री कार्यालय में ज्ञापन देना चाहते हैं। उचित सुरक्षा व्यवस्था की मांग करते हुए किसान संगठन के नेताओं ने दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) को सूचित किया है कि वे मार्च करने की योजना बना रहे हैं। जंतर मंतर पर रैली करने से पहले किसान गुरुद्वारा बंगला साहिब से संसद तक मार्च करेंगे।
किसानों ने यह भी मांग की है कि उनके खिलाफ सभी मामलों का निस्तारण हो, सभी मुकदमे वापस लिए जाएं। श्रमिकों के खिलाफ दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में दर्ज सभी मामलों को वापस लेने के अलावा फलों और सब्जियों सहित सभी फसलों के सुनिश्चित बाजार, किसानों और खेत के लिए कुल कर्ज माफी भी चाहते हैं।
राकेश टिकैत केंद्र पर लगाए वादा भूलने के आरोप
Farmes Protest 2023 : इससे पहले भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र में किये गये वादों को भूलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा किसानों से आह्वान किया कि 20 मार्च को होने वाली महापंचायत में बड़ी संख्या में दिल्ली पहुंचें और सरकार के खोखले वादों को लेकर आंदोलन की सफलता सुनिश्चित करें। वह अपने भाई और भाकियू प्रमुख नरेश टिकैत के साथ यहां मेरठ में संभागीय आयुक्त कार्यालय के बाहर बुलाई गई महापंचायत को संबोधित कर रहे थे और इसमें मेरठ संभाग के हजारों किसानों ने हिस्सा लिया।

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