दिल्ली में चार जुलाई से आरएसएस की तीन दिवसीय प्रांत प्रचारक बैठक

दिल्ली में चार जुलाई से आरएसएस की तीन दिवसीय प्रांत प्रचारक बैठक

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  • Publish Date - June 23, 2025 / 03:32 PM IST,
    Updated On - June 23, 2025 / 03:32 PM IST

नयी दिल्ली, 23 जून (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के 46 प्रांतों के वरिष्ठ प्रचारक अगले महीने यहां संघ कार्यालय में तीन दिवसीय वार्षिक बैठक में भाग लेंगे जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों में हाल में संपन्न संगठन के प्रशिक्षण शिविरों के परिणामों की रिपोर्ट पेश की जाएगी और उसकी समीक्षा की जाएगी।

बैठक में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और महासचिव दत्तात्रेय होसबाले भी भाग लेंगे। इस बैठक में इस वर्ष विजयादशमी से शुरू होने वाले शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले वर्षभर के कार्यक्रमों पर भी चर्चा होगी।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के राष्ट्रीय प्रचार एवं मीडिया विभाग के प्रमुख सुनील आंबेकर ने एक बयान में कहा, ‘‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वार्षिक राष्ट्रीय स्तर के प्रांत प्रचारकों (प्रांतीय प्रभारी प्रचारक) की बैठक 4 जुलाई से 6 जुलाई तक दिल्ली में आरएसएस कार्यालय ‘केशव कुंज’ में आयोजित होने वाली है।’’

आंबेकर ने बताया कि इस बैठक में सभी प्रांत प्रचारक, सह प्रांत प्रचारक, क्षेत्र प्रचारक और सह क्षेत्र प्रचारक शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि बैठक में आरएसएस से जुड़े विभिन्न संगठनों के राष्ट्रीय संगठन सचिव भी मौजूद रहेंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘इस बैठक में मुख्य रूप से सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, सभी सह सरकार्यवाह (संयुक्त महासचिव)- डॉ. कृष्णगोपाल, सी आर मुकुंद, अरुण कुमार, रामदत्त, अतुल लिमये और आलोक कुमार, सभी राष्ट्रीय स्तर के कार्य विभाग प्रमुख और अन्य कार्यकारी परिषद सदस्य शामिल होंगे।’’

आंबेकर ने कहा कि आरएसएस प्रमुख इस बैठक के लिए 28 जून को दिल्ली पहुंचेंगे।

आरएसएस के संगठनात्मक ढांचे के अनुसार, कुल 11 क्षेत्र और 46 प्रांत हैं। प्रत्येक क्षेत्र में आरएसएस के तीन से चार प्रांत शामिल हैं।

आंबेकर ने कहा कि आगामी बैठक के एजेंडे में मुख्य रूप से हाल ही में संपन्न आरएसएस प्रशिक्षण शिविरों के बारे में रिपोर्ट और समीक्षा, आगामी वर्ष भर चलने वाले आरएसएस शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों के क्रियान्वयन का विवरण, वर्ष 2025-26 के लिए आरएसएस प्रमुख की यात्रा योजना और अन्य कार्यक्रम शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि मार्च 2025 की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा (एबीपीएस) के बाद, अप्रैल, मई और जून में देश भर में आरएसएस के सर्वोच्च निर्णय लेने वाले निकाय की बैठक और विभिन्न प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए गए।

आंबेकर ने कहा कि आरएसएस के शताब्दी वर्ष (2025-26) के कार्यक्रम विजयादशमी से शुरू होंगे, जो 2 अक्टूबर को है और अगले साल की विजयादशमी तक जारी रहेंगे।

भाषा अमित नरेश

नरेश