त्रिपुरा में घुसपैठ रोकने को केंद्र से आग्रह करने के लिए टिपरा मोथा नेता का दिल्ली तक मार्च

त्रिपुरा में घुसपैठ रोकने को केंद्र से आग्रह करने के लिए टिपरा मोथा नेता का दिल्ली तक मार्च

त्रिपुरा में घुसपैठ रोकने को केंद्र से आग्रह करने के लिए टिपरा मोथा नेता का दिल्ली तक मार्च
Modified Date: July 5, 2025 / 07:36 pm IST
Published Date: July 5, 2025 7:36 pm IST

अगरतला, पांच जुलाई (भाषा) टिपरा मोथा पार्टी (टीएमपी) के एक नेता ने त्रिपुरा में घुसपैठ के मुद्दे से निपटने के लिए केंद्र से आग्रह करने हेतु शनिवार को नयी दिल्ली तक एक लंबा मार्च शुरू किया।

टीएमपी राज्य में भाजपा नीत गठबंधन सरकार की सहयोगी है।

टीएमपी नेता डेविड मुरासिंग ने कहा कि उन्होंने घुसपैठ पर अपनी चिंता को सामने लाने के लिए त्रिपुरा के एक नागरिक के रूप में अगरतला से नयी दिल्ली तक 2,500 किलोमीटर की पदयात्रा शुरू की है।

 ⁠

मुरासिंग दक्षिण त्रिपुरा जिले के बीरचंद्रमनु के ‘त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद’ (टीटीएएडीसी) के क्षेत्रीय अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘त्रिपुरा में घुसपैठ 75 वर्षों से एक गंभीर मुद्दा रहा है। यह केवल त्रिपुरा की समस्या नहीं है, बल्कि एक राष्ट्रीय मुद्दा भी है। यदि घुसपैठ के कारण पूर्वोत्तर राज्य की जनसांख्यिकी में और बदलाव होता है तो देश को भी गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।’

उन्होंने कहा, ‘मेरा मकसद नयी दिल्ली के जंतर-मंतर तक पहुंचना और घुसपैठ रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग करते हुए दिल्ली को एक ज्ञापन सौंपना है।’

मुरासिंग ने कहा कि केंद्र ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच (मार्च 2014 में) हस्ताक्षरित तिप्रासा समझौते को छह महीने के भीतर पूरा करने का वादा किया था। अब एक साल हो गया है, लेकिन कोई स्पष्ट परिणाम सामने नहीं आया है।

मुरासिंग ने कहा, ‘केंद्र सरकार त्रिपुरा की समस्या को उसके छोटे भौगोलिक क्षेत्र के कारण भूल गई है। हम भी भारत गणराज्य के नागरिक हैं। हमारी समस्या देश की समस्या है।’

भाषा

शुभम अमित

अमित


लेखक के बारे में