टीएमसी ने पार्टी के हिंदी प्रकोष्ठ की संरचना को औपचारिक रूप दिया, भाजपा ने साधा निशाना

टीएमसी ने पार्टी के हिंदी प्रकोष्ठ की संरचना को औपचारिक रूप दिया, भाजपा ने साधा निशाना

टीएमसी ने पार्टी के हिंदी प्रकोष्ठ की संरचना को औपचारिक रूप दिया, भाजपा ने साधा निशाना
Modified Date: November 29, 2022 / 07:51 pm IST
Published Date: September 14, 2020 1:52 pm IST

कोलकाता, 14 सितम्बर (भाषा) तृणमूल कांग्रेस ने 2021 के विधानसभा चुनाव में हिंदी भाषी मतदाताओं से संपर्क साधने के लिये सोमवार को पार्टी के हिंदी प्रकोष्ठ की संरचना को औपचारिक रूप दिया।

पार्टी सांसद दिनेश त्रिवेदी को इसका चेयरमैन जबकि एक हिंदी दैनिक समाचार पत्र के संपादक तथा टीएमसी के पूर्व सांसद विवेक गुप्ता को इसका अध्यक्ष बनाया गया है।

इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि हिंदी-भाषी मतदाताओं को नजर में रखते हुए यह प्रकोष्ठ बनाया गया है।

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उन्होंने कहा, ”यह अच्छी बात है कि उन लोगों को हिंदी का महत्व पता चल गया है जो कहते हैं कि कोई बाहरी बंगाल में शासन नहीं कर सकता। लेकिन हकीकत यह है कि यह प्रकोष्ठ चुनाव को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है और टीएमसी इसे लेकर बहुत गंभीर नहीं है।”

पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में हिंदी भाषा आबादी निर्णायक की भूमिका में है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को पूर्व रेलवे मंत्री तथा पार्टी के गैर-बंगाली चेहरे त्रिवेदी को सोमवार को पश्चिम बंगाल तृणमूल कांग्रेस हिंदी प्रकोष्ठ का चेयरमैन नियुक्त किया।

इससे पहले बनर्जी ने लोगों को हिंदी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राज्य सरकार ने हिंदी शिक्षा, संस्कृति और इसके कल्याण के लिये कई पहल की हैं।

मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, ”हिंदी दिवस की बधाई। बंगाल समावेशिता की भूमि है, और हमने निरंतर प्रयासों के जरिये टैगोर के ‘विविधता में एकता’ के मूल्यों का गौरवपूर्वक पालन किया है। पश्चिम बंगाल सरकार ने हिंदी शिक्षा, संस्कृति और इसके कल्याण के लिये कई पहल की हैं। ”

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सूत्रों के अनुसार हिंदी प्रकोष्ठ का गठन और त्रिवेदी को इसका चेयरमैन बनाने का उद्देश्य राज्य के हिंदी-भाषा मतदाताओं को अपने साथ लाना है, जो 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के साथ चले गए थे।

टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ”उत्तर 24 परगना, सिलीगुड़ी, मध्य कोलकाता, आसनसोल, दुर्गापुर और राज्य के अन्य कुछ इलाकों में हिंदी भाषी आबादी निर्णायक की भूमिका में है। वे कई साल तक हमें वोट देते रहे हैं, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा को वोट दिया। हमें उनके वोट दोबारा हासिल करने हैं।”

तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य दिनेश त्रिवेदी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आज (सोमवार) हिंदी दिवस है और इस दिन प्रकोष्ठ की संरचना को औपचारिक रूप देने का फैसला किया गया है, जो 2011 में ममता बनर्जी के सत्ता में आने के बाद से अनौपचारिक तरीके से काम कर रहा था।

प्रकोष्ठ के अध्यक्ष नियुक्त किये गये त्रिवेदी ने कहा, ‘‘हमारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सभी भाषाओं को फूलों के गुलदस्ते के रूप में देखती हैं और राज्य ने विभिन्न प्रकार की भाषा बोलने वाले लोगों के लिए अपने दरवाजे खुले रखे हैं।’’

त्रिवेदी ने कहा कि प्रकोष्ठ जमीनी स्तर पर हिंदी को मजबूत करेगा।

भाषा जोहेब मनीषा

मनीषा


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