Sanatan Hindu Ekta Padyatra: आज धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा का 8वां दिन, दिखा भक्तों का सैलाब… जानें किस दिन और कहाँ होगा भव्य समापन

सनातन हिंदू एकता पदयात्रा आगे बढ़ते हर कदम के साथ न केवल भक्तों की आस्था को जोड़ रही है, बल्कि समाज में धर्म, संस्कृति और एकता का संदेश भी प्रसारित कर रही है, जहाँ भी ये यात्रा पहुँचती है, वहां श्रद्धा और उत्साह का अद्भुत संगम देखने को मिलता है।

  •  
  • Publish Date - November 14, 2025 / 12:04 PM IST,
    Updated On - November 14, 2025 / 12:05 PM IST

Sanatan Hindu Ekta Padyatra / Image Source: PTI

HIGHLIGHTS
  • बृजवासियों ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का भव्य स्वागत किया।
  • हर पड़ाव के साथ यात्रा में शामिल होने वाले भक्तों की संख्या बढ़ रही है।
  • मथुरा में धर्मसभा प्रस्तावित बाबा बागेश्वर धाम धर्म से जुड़े मुद्दों पर मार्गदर्शन देंगे।

Sanatan Hindu Ekta Padyatra: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा 13 नवंबर को कोसी मंडी पहुंची, जहां रात्रि विश्राम किया गया। आज, 14 नवंबर, यात्रा का आठवां दिन है। पदयात्रा सुबह ग्राम तुमोला से आगे बढ़ते हुए मथुरा की ओर प्रस्थान कर चुकी है।

धर्म और संस्कृति को लेकर धर्मसभा का आयोजन

इस पदयात्रा का उद्देश्य समाज में एकता, धर्म, गौ-संरक्षण और सनातन संस्कृति के प्रति जागरूकता फैलाना है। मथुरा पहुंचने पर यहां एक धर्मसभा का आयोजन होना प्रस्तावित है, जिसमें बाबा बागेश्वर धाम लोगों को धर्म और संस्कृति से जुड़े विषयों पर संबोधित करेंगे।

कोटवन सीमा पर हुआ धीरेंद्र शास्त्री का भव्य स्वागत

दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग के कोटवन सीमा पर महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का अद्वितीय स्वागत हुआ। हजारों की संख्या में पहुंचे बृजवासियों ने शंख ध्वनि और फूल वर्षा कर उनका अभिनंदन किया। वातावरण जय श्रीराम के जयघोष से गूंज उठा।

पदयात्रा में लगातार बढ़ रही है भक्तों की संख्या

हर पड़ाव के साथ इस पदयात्रा में शामिल होने वाले भक्तों की संख्या बढ़ती जा रही है। कई क्षेत्रीय लोग स्वयं शामिल हो रहे हैं, वहीं कई प्रसिद्ध हस्तियां और साधु-संत भी यात्रा का हिस्सा बन चुके हैं। 13 नवंबर को कोसी मंडी पहुंचने से पहले यात्रा मार्ग में ढोल-नगाड़े और जयघोष लगातार सुनाई देते रहे। कोसी मंडी में बाबा बागेश्वर के पहुंचते ही आसपास के गांवों से भारी भीड़ उमड़ पड़ी। महिलाओं ने Baba की आरती उतारी और युवाओं ने भगवा ध्वज लहराकर स्वागत किया। यात्रा स्थल पर भक्तों का उत्साह देखते ही बनता था।

पदयात्रा 16 नवंबर को पहुंचेगी वृंदावन

कोसी मंडी में बाबा बागेश्वर के पहुंचते ही आसपास के गांवों से भारी भीड़ उमड़ पड़ी। महिलाओं ने Baba की आरती उतारी और युवाओं ने भगवा ध्वज लहराकर स्वागत किया। यात्रा स्थल पर भक्तों का उत्साह देखते ही बनता था। ये सनातन हिंदू एकता पदयात्रा 7 नवंबर को दिल्ली के छतरपुर स्थित कात्यानी माता मंदिर से आरंभ हुई थी। यात्रा 16 नवंबर को वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर पहुंचकर खत्म होगी।

यह भी पढ़ें

सनातन हिंदू एकता पदयात्रा का उद्देश्य क्या है?

इस पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य समाज में एकता, धर्म, गौ-संरक्षण और सनातन संस्कृति के प्रति जागरूकता फैलाना है।

यह यात्रा कब और कहाँ से शुरू हुई?

यह पदयात्रा 7 नवंबर को दिल्ली के छतरपुर स्थित कात्यानी माता मंदिर से शुरू हुई थी।

पदयात्रा कब और कहाँ समाप्त होगी?

यह यात्रा 16 नवंबर को वृंदावन के प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में समाप्त होगी।