Toll Plaza Fraud Case: 12 राज्य.. 200 टोल प्लाजा.. सॉफ्टवेयर के जरिए ऐसे करते थे धोखाधड़ी, अब सामने आया कांग्रेस नेता का नाम, मचा हड़कंप
12 राज्य.. 200 टोल प्लाजा.. सॉफ्टवेयर के जरिए ऐसे करते थे धोखाधड़ी, Toll plaza fraud case: This is how they used to commit fraud through software
Toll Plaza Fraud Case. Image Source-IBC24 Archive
नई दिल्लीः Toll Plaza Fraud Case उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टॉस्फ फोर्स यानी एसटीएफ ने देशभर के 200 से ज्यादा टोल प्लाजा पर सॉफ्टवेयर के जरिए करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पुलिसिया पूछताछ में कई बड़े खुलासे किए हैं। ये जालसाज टोल नाकों पर एक सॉफ्टवेयर अपलोड कर बिना फास्ट टैग वाले वाहनों से करोड़ों की वसूली कर बंदरबांट की जा रही थी। ये सॉफ्टवेयर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की तरह ही टोल पर्ची जनरेट करता था। इसमें मध्यप्रदेश के 6 टोल प्लाजा भी शामिल है।
अब इस पूरे घोटाले में कांग्रेस नेताओं का कनेक्शन भी सामने आया है। मध्यप्रदेश के 6 टोल नाकों में से 3 का ठेका वंशिका कंस्ट्रक्शन के पास है। ये कंपनी मध्यप्रदेश के कांग्रेसी नेता तेंदूखेड़ा के पूर्व विधायक संजय शर्मा की बेटी के नाम पर संचालित है। गढ़ा टोल का ठेका बंसल पाथवे, जंगवानी का कोरल और मोहतरा टोल का ठेका यूपी के पाठक ब्रदर्स द्वारा संचालित ए।के। कंस्ट्रक्शन के नाम पर है।
ये लोग हुए गिरफ्तार!
गिरफ्तार आरोपियों में आलोक कुमार सिंह (वाराणसी), मनीष मिश्रा (मध्य प्रदेश), और राजीव कुमार मिश्र (प्रयागराज) शामिल हैं। STF ने इनके पास से दो लैपटॉप, एक प्रिंटर, पांच मोबाइल फोन और एक कार बरामद की है। आरोपियों पर मिर्जापुर के लालगंज थाने में केस दर्ज किया गया है और जांच जारी है। गिरफ्तार आलोक कुमार सिंह ने पुलिस को बताया कि वह एमसीए किया है, उसे साफ्टवेयर बनाने की अच्छी जानकारी है। इसके पूर्व में टोल प्लाजा पर काम भी कर चुका है। इसके अलावा रिद्धि-सिद्धि कंपनी के साथ पूर्व में सावंत और सुखांत के साथ काम किया है। आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने धारा-316(2), 319(2), 318(4), 338, 336(3), 340 (2) बीएनएस का अभियोग पंजीकृत कराया गया है।

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