‘बंकिम दा’ पुकारे जाने पर तृणमूल सांसद ने जताई आपत्ति तो मोदी ने ‘बंकिम बाबू’ कहा

‘बंकिम दा’ पुकारे जाने पर तृणमूल सांसद ने जताई आपत्ति तो मोदी ने ‘बंकिम बाबू’ कहा

‘बंकिम दा’ पुकारे जाने पर तृणमूल सांसद ने जताई आपत्ति तो मोदी ने ‘बंकिम बाबू’ कहा
Modified Date: December 8, 2025 / 05:29 pm IST
Published Date: December 8, 2025 5:29 pm IST

नयी दिल्ली, आठ दिसंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को लोकसभा में वंदे मातरम् पर चर्चा के दौरान इसके रचयिता बंकिम चंद्र चटर्जी को ‘बंकिम दा’ कहा तो तृणमूल कांग्रेस की ओर से आपत्ति जताई गई, जिसके बाद मोदी ने राष्ट्रगीत के लेखक के नाम के साथ ‘बाबू’ शब्द जोड़ा।

लोकसभा में ‘राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के 150 साल पूरे होने पर चर्चा’ की शुरुआत करते हुए जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसकी रचना के समय का उल्लेख कर रहे थे तो उन्होंने बंकिम चंद्र चटर्जी को ‘बंकिम दा’ कहकर पुकारा।

इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के सदस्य सौगत रॉय ने प्रधानमंत्री से चटर्जी का जिक्र करते समय ‘बाबू’ शब्द का इस्तेमाल करने को कहा।

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प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ठीक है। मैं बंकिम बाबू कहूंगा। धन्यवाद, मैं आपकी भावनाओं का सम्मान करता हूं।’’

हल्के-फुल्के अंदाज में मोदी ने तृणमूल सांसद रॉय से यह भी पूछा कि वह उन्हें तो ‘दादा’ कह सकते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैं आपको तो दादा कह सकता हूं ना? या आपको इस पर भी एतराज है।’’

पश्चिम बंगाल में बड़े भाई या किसी सम्मानित व्यक्ति को जहां ‘दादा’ शब्द से संबोधित किया जाता है, वहीं ऐतिहासिक संदर्भ में आदरसूचक संबोधन के रूप में ‘बाबू’ पुकारा जाता है।

इससे पहले, प्रधानमंत्री के भाषण की शुरुआत में रॉय ने कोई टिप्पणी की तो मोदी ने उनसे पूछा कि उनकी तबियत तो ठीक है।

भाषा वैभव अविनाश

अविनाश


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