राज्यसभा में उलझा ट्रिपल तलाक बिल, कांग्रेस पर दोहरे मापदंड का आरोप

राज्यसभा में उलझा ट्रिपल तलाक बिल, कांग्रेस पर दोहरे मापदंड का आरोप

राज्यसभा में उलझा ट्रिपल तलाक बिल, कांग्रेस पर दोहरे मापदंड का आरोप
Modified Date: November 29, 2022 / 08:30 pm IST
Published Date: January 3, 2018 2:42 pm IST

केंद्र सरकार ने बुधवार के दिन ट्रिपल तलाक बिल राज्यसभा में पेश कर दिया। इसके साथ ही सदन में इसे लेकर बहस का दौर भी शुरू हो गया। सरकार और विपक्ष दोनों तरफ इसे लेकर अपने-अपने तर्क रखे। कांग्रेस सहित कई दलों इसे बिल को सिलेक्ट कमेटी में भेजने की मांग सरकार से कर रहे थे। कांग्रेस और उसके कुछ साथी दलों का मानना है कि बिल में प्रस्तावित तलाक देने वाले को 3 साल की जेल वाला प्रावधान हटाया जाना चाहिए। 


अपको बता दें कि कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बिल राज्यसभा में पेश किया। आनंद शर्मा ने सुझाव दिया कि सिलेक्ट कमेटी को भेजने के बाद बजट सत्र में कमेटी इस पर अपनी रिपोर्ट सदन को दे दे।

कांग्रेस के अलावा तृणमूल कांग्रेस, लेफ्ट ने इसे सिलेक्ट कमेटी को भेजने की वकालत की है। करीब 1 घंटे तक बहस और हंगामा होता रहा, अंत जब हंगामा ज्यादा बढ़ने लगा तो उपसभापति ने सदन को कल तक के लिए स्थगित कर दिया।

सदन स्थगित होने के बाद कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद प्रत्रकारों के मिले और उन्होंने राज्यसभा में हुई बहस पर विस्तार से चर्चा की उन्होंने कांग्रेस पर यह कहते हुए आरोप लगाया कि जिस कांग्रेस ने लोकसभा में इस बिल का समर्थन किया था आज राज्यसभा में उसे पास नहीं होने दे रही क्या कांग्रेस ऐसा सिर्फ इसलिए कर रही है क्योकि लोकसभा में वह अल्पमत है और उसे पता था कि लोकसभा से तो बिल पास हो ही जाएगा। यदी ऐसा नहीं है तो राज्यसभा में बिल पास होने में कांग्रेस व्यवधान क्यों डाल रही है। कांग्रेस के इस बर्ताव से उसका चोहरा चरित्र लोगों के सामने आ गया है। 

वेब डेस्क, IBC24


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