त्रिपुरा विधानसभा अध्यक्ष विश्वबंधु सेन के निधन पर राज्य में तीन दिवसीय राजकीय शोक घोषित

त्रिपुरा विधानसभा अध्यक्ष विश्वबंधु सेन के निधन पर राज्य में तीन दिवसीय राजकीय शोक घोषित

त्रिपुरा विधानसभा अध्यक्ष विश्वबंधु सेन के निधन पर राज्य में तीन दिवसीय राजकीय शोक घोषित
Modified Date: December 26, 2025 / 06:24 pm IST
Published Date: December 26, 2025 6:24 pm IST

अगरतला, 26 दिसंबर (भाषा) त्रिपुरा विधानसभा के अध्यक्ष विश्वबंधु सेन का शुक्रवार को बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

वरिष्ठ नेता सेन के परिवार में उनकी पत्नी, एक पुत्र और एक पुत्री हैं।

अधिकारियों ने बताया कि 72 वर्षीय सेन को गंभीर मस्तिष्काघात (सेरेब्रल स्ट्रोक) हुआ था जिसके बाद से वह बेंगलुरु के अस्पताल में उपचाराधीन थे।

 ⁠

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सेन के निधन पर शोक व्यक्त किया और त्रिपुरा की प्रगति को बढ़ावा देने में उनके योगदान को याद किया।

मोदी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘त्रिपुरा विधानसभा के अध्यक्ष विश्व बंधु सेन के निधन से गहरा दुख हुआ। त्रिपुरा की प्रगति में उनके योगदान और अनेक सामाजिक कार्यों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को हमेशा याद किया जाएगा। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के साथ हैं। ओम शांति।’’

अधिकारियों ने बताया कि सेन का पार्थिव शरीर शनिवार को राज्य में लाया जाएगा।

जानकारी के अनुसार, उत्तरी त्रिपुरा के धर्मनगर विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रहे सेन का राजनीतिक करियर लंबा रहा। वह पहली बार कांग्रेस के टिकट पर चुने गए थे जिसके बाद जून 2016 में वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए और बाद में, 2018 के विधानसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) में शामिल हो गए।

मुख्यमंत्री माणिक साहा ने भी सेन के निधन पर दुख जताया है।

साहा ने सोशल मीडिया मंच ‘फेसबुक’ पर लिखा, “मैं बहुत ही स्तब्ध हूं। विधानसभा अध्यक्ष का निधन पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है। मैं शोकाकुल परिवार और उनके समर्थकों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।”

सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि उनके प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए राज्य सरकार ने शुक्रवार से तीन दिन तक राजकीय शोक की घोषणा की है।

राज्य के अधिकारियों ने शुक्रवार को सभी सरकारी कार्यालयों, संस्थानों, स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने की भी घोषणा की है।

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और कांग्रेस ने भी सेन के निधन पर शोक व्यक्त किया और उन्हें संसदीय मामलों की अच्छी जानकारी रखने वाला एक अनुभवी नेता बताया।

विपक्ष के नेता जितेंद्र चौधरी ने पत्रकारों से कहा “ अध्यक्ष विश्वबंधु सेन के निधन से मैं काफी स्तब्ध हूं। हमारी राजनीतिक विचारधाराएं भले ही अलग हों लेकिन इससे हमारे अच्छे संबंधों में कभी कोई बाधा नहीं आई। जब भी हमने किसी मुद्दे पर उनसे संपर्क किया उन्होंने हमेशा सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।”

त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पूर्व विधायक के निधन को अत्यंत दुखद बताया और शोकाकुल परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की।

भाषा प्रचेता माधव

माधव


लेखक के बारे में