चुनाव से पहले किसानों को साधने की कोशिश! योगी सरकार ने 25 रुपये बढ़ाया गन्ने का समर्थन मूल्य

Trying to help farmers before the election! Yogi government increased the support price of sugarcane by Rs 25

चुनाव से पहले किसानों को साधने की कोशिश! योगी सरकार ने 25 रुपये बढ़ाया गन्ने का समर्थन मूल्य

yogi adityanath

Modified Date: November 29, 2022 / 08:46 pm IST
Published Date: September 26, 2021 5:25 pm IST

लखनऊ, 26 सितंबर (भाषा) केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में पिछले नौ माह से आंदोलन कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा के ‘भारत बंद’ से ठीक एक दिन पहले रविवार को उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने केंद्र और राज्‍य सरकारों द्वारा किसानों के हक में लागू की गई योजनाओं की चर्चा करते हुए गन्‍ना मूल्‍य में प्रति क्विंटल 25 रुपये की वृद्धि की घोषणा की।

read more : चन्नी कैबिनेट का पहला विस्तार, राज्यपाल ने इन मंत्रियों को दिलाई पद और गोपनीयता की शपथ

आदित्‍यनाथ ने राजधानी लखनऊ में भारतीय जनता पार्टी के किसान मोर्चा द्वारा आयोजित ‘किसान सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने तय किया है कि अब तक प्रति क्विंटल जिस गन्ने का दाम 325 रुपये मिलता था, उसमें 25 रुपये की वृद्धि की जाएगी और यह अब प्रति क्विंटल 350 रुपये मिलेगा।”

 ⁠

read more : प्रेमिका से रिश्ते रखते हुए ऐन वक्त पर शादी से इनकार करना बलात्कार नहीं’, रेप के मामले में बॉम्बे हाई कोर्ट का बड़ा फैसला

मुख्यमंत्री ने आगे कहा ” सरकार ने तय किया है कि सामान्य गन्ने का जो 315 रुपये (प्रति क्विंटल) अब तक दाम था, उसमें भी अब 25 रुपये की वृद्धि होगी और प्रति क्विंटल 340 रुपये का भुगतान होगा। साथ ही सरकार ने अनुपयुक्‍त गन्ने के दाम में भी प्रति क्विंटल 25 रुपये की वृद्धि करने का फैसला किया है।”

read more : दिग्विजय सिंह पर वीडी शर्मा का पलटवार, जो आतंकवादियों के साथ खड़ा होता है..वो RSS और शिशु मंदिर पर सवाल उठा रहा’

मुख्‍यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास है कि नई तकनीक के साथ किसान को अत्याधुनिक बीज दें ताकि वे भी अगेती गन्ना का ही उत्पादन करने की दिशा में आगे बढ़ें।

आदित्यनाथ ने किसानों को इस नई घोषणा के फायदे बताते हुए कहा, ”इससे गन्ना किसानों की आय में अतिरिक्त आठ प्रतिशत की वृद्धि होगी और 45 लाख किसानों के जीवन में परिवर्तन होगा। यह परिवर्तन सामान्य नहीं है। 119 चीनी मिलों को चलाना है और एथनॉल के साथ इसे जोड़ना है।”


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।