यूजीसी ने संयुक्त या दोहरी डिग्री देने वाले भारतीय, वैश्विक संस्थानों के लिए मसौदे को अंतिम रूप दिया

यूजीसी ने संयुक्त या दोहरी डिग्री देने वाले भारतीय, वैश्विक संस्थानों के लिए मसौदे को अंतिम रूप दिया

यूजीसी ने संयुक्त या दोहरी डिग्री देने वाले भारतीय, वैश्विक संस्थानों के लिए मसौदे को अंतिम रूप दिया
Modified Date: November 29, 2022 / 08:29 pm IST
Published Date: February 20, 2021 7:13 pm IST

नयी दिल्ली, 20 फरवरी (भाषा) भारतीय एवं विदेशी उच्च शिक्षण संस्थान जल्द ही संयुक्त या दोहरी डिग्री की पेशकश कर सकेंगे। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने इन शिक्षा कार्यक्रमों के नियमों से संबंधित मसौदे को अंतिम रूप दिया है।

हालांकि, इस बारे में अंतिम निर्णय मसौदे को लेकर मिलने वाली प्रतिक्रिया के बाद लिया जाएगा जिसे सार्वजनिक किया गया है।

इस मसौदे के मुताबिक, भारत के उच्च शिक्षण संस्थान क्रेडिट पहचान और हस्तांतरण के साथ-साथ दोहरी डिग्री प्रदान करने को लेकर समकक्ष विदेशी शिक्षण संस्थानों के साथ समझौता कर सकेंगे।

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इसके मुताबिक, यह नियम ऑनलाइन, ओपन और दूरस्थ शिक्षा प्रणाली के शिक्षा कार्यक्रमों में लागू नहीं होंगे।

नियमों के अनुसार, दोहरी डिग्री कार्यक्रम के अंतर्गत दोनों संस्थानों की डिग्री संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के बाद भारतीय एवं विदेशी उच्च शिक्षण संस्थान अलग-अलग या संयुक्त डिग्री दे पाएंगे।

भाषा शफीक नीरज

नीरज


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