एनडीए में फिर फूट के संकेत, मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने दिया ‘खीर’ बनाने का नया फॉर्मूला

एनडीए में फिर फूट के संकेत, मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने दिया ‘खीर’ बनाने का नया फॉर्मूला

एनडीए में फिर फूट के संकेत, मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने दिया ‘खीर’ बनाने का नया फॉर्मूला
Modified Date: November 29, 2022 / 07:53 pm IST
Published Date: August 26, 2018 11:50 am IST

पटना। लोकसभा चुनाव 2019 से पहले राजनीति एक नई दिशा में जाती दिख रही है। पहले तेलगु देशम पार्टी एनडीए से अलग हुई और अब केंद्र सरकार के मंत्री राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कुछ इसी तरह का संकेत दिया है। उन्होंने इशारों-इशारों में राजद के साथ जाने के संकेत दिए।

दरअसल शनिवार को पटना में आयोजित बीपी मंडल की जयंती कार्यक्रम में उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि यदि यादवों का दूध और कुशवाहा का चावल मिल जाए तो एक बढ़िया खीर बन सकती हैकुशवाहा ने कहा, ‘यदुवंशी (यादव) का दूध और कुशवंशी (कोइरी समुदाय) का चावल मिल जाए तो खीर बढ़िया होगी, और उस स्वादिष्ट व्यंजन को बनने से कोई रोक नहीं सकता है’। एनडी सरकार में शामिल मंत्री कुशवाह के इस बयान के कई अर्थ निकाले जा रहे हैं उनके इस बयान को राजद प्रमुख लालू यादव से जोड़कर देखा जा रहा है

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बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा का साफ इशारा आरजेडी को लेकर था जिसे मुख्यतः यदुवंशियों की पार्टी के रुप में देखा जाता है। वहीं उनका संकेत कुशवाहा समाज को लेकर था जिसके वे खुद नेता है यदुवंशी समाज को गौ पालक माना जाता है जबकि कुशवाहा समाज कृषि के क्षेत्र से जुड़ा है। इस तरह से कुशवाहा ने ये कहा है कि अगर आरजेडी और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी एक हो जाती है तो 2019 के लोकसभा चुनाव में बिहार में वह भाजपा, जदयू और लोजपा गठबंधन को चुनाव में हरा सकते हैं

वेब डेस्क, IBC24


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