हिप्र विधानसभा में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन पर ‘श्वेत पत्र’ को लेकर हंगामा
हिप्र विधानसभा में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन पर ‘श्वेत पत्र’ को लेकर हंगामा
शिमला, 21 सितंबर (भाषा) हिमाचल प्रदेश विधानसभा में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री द्वारा पूर्ववर्ती जयराम ठाकुर सरकार के कथित वित्तीय कुप्रबंधन को लेकर बृहस्पतिवार को ‘श्वेत पत्र’ पेश किए जाने के बाद हंगामा देखने को मिला।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने सदन में नारेबाजी की और आसन के सामने आ गए।
मौजूदा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं भाजपा नेता ठाकुर ने कहा कि अग्निहोत्री गलत आंकड़े उद्धृत कर सदन को भ्रमित कर रहे हैं। दोनों नेताओं के बीच चल रही जुबानी जंग के बीच विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक स्थगित कर दी।
सदन की कार्यवाही जब दोबारा शुरू हुई तो भाजपा सदस्यों ने हंगामा किया, यह तब भी जारी रहा जब उप मुख्यमंत्री ‘श्वेतपत्र’ को लेकर अपना वक्तव्य दे रहे थे।
अग्निहोत्री ने कहा कि भाजपा परेशान है क्योंकि उसका वित्तीय कुप्रबंधन और अपव्यय उजागर हो रहा है। उन्होंने 31 मार्च 2023 तक राज्य की वित्तीय स्थिति पर ‘श्वेत पत्र’पेश करते हुए कहा कि राज्य सरकार की कुल देनदारी बढ़कर 92,774 करोड़ रुपये से अधिक हो गई है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक हिमाचल प्रदेश देश के सर्वाधिक कर्ज वाले पांच राज्यों में शामिल है।
उन्होंने कहा कि जब ठाकुर ने सत्ता संभाली थी तो प्रति व्यक्ति कर्ज 66 हजार रुपये था जो बढ़कर 1,02,818 रुपये हो गया है।
सदन में लोक निर्माण विभाग और जल शक्ति विभाग के ठेकेदारों को भुगतान न करने के मुद्दे पर भी सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच तीखी बहस हुई।
पूरक प्रश्न में भाजपा सदस्य रणधीर शर्मा ने आरोप लगाया कि सरकार ने इन विभागों के बजट में कटौती की है और ठेकेदारों को भुगतान नहीं किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भुगतान नहीं रोका गया है।
भाषा धीरज संतोष
संतोष

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