उत्तराखंड : बागेश्वर विस सीट पर नौ बजे तक 10 फीसदी से ज्यादा मतदान
उत्तराखंड : बागेश्वर विस सीट पर नौ बजे तक 10 फीसदी से ज्यादा मतदान
देहरादून, पांच सितंबर (भाषा) उत्तराखंड की बागेश्वर विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए मंगलवार को सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो गया और नौ बजे तक 10 प्रतिशत से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि पहले दो घंटे में 10.13 प्रतिशत मतदाता अपने वोट डाल चुके हैं। उन्होंने बताया कि मतदान केंद्रों के बाहर कतारें धीरे-धीरे बढ़ती जा रही हैं और दिन चढ़ने के साथ मतदान प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है।
पुष्कर सिंह धामी मंत्रिमंडल में परिवहन मंत्री की जिम्मेदारी निभा रहे भाजपा विधायक चंदन राम दास के इस वर्ष अप्रैल में बीमारी के कारण हुए निधन के कारण रिक्त सीट पर यह उपचुनाव हो रहा है ।
उपचुनाव में कुल पांच प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं लेकिन मुख्य मुकाबला एक बार फिर प्रदेश में चिर परिचित प्रतिद्वंदी सत्ताधारी भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के बीच है ।
राम दास 2007 में इस सीट से जीतकर पहली बार विधायक बने थे और उसके बाद से लगातार चार चुनावों में जीत का सेहरा उनके सिर ही बंधा।
दिवंगत विधायक के प्रति सहानुभूति को अपने पक्ष में भुनाने के लिए भाजपा ने उनकी विधवा पार्वती दास को चुनाव मैदान में उतारा है जबकि कांग्रेस ने उनके विरूद्ध बसंत कुमार को टिकट दिया है । कुमार ने 2022 में हुआ पिछला विधानसभा चुनाव आम आदमी पार्टी के टिकट पर लड़ा था और उपचुनाव से ऐन पहले आप का साथ छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा है।
भाजपा और कांग्रेस के अलावा, समाजवादी पार्टी, उत्तराखंड क्रांति दल और उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने भी अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं ।
लगभग एक पखवाड़े चले चुनाव प्रचार के दौरान दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं ने मतदाताओं को अपने पक्ष में लुभाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।
मुख्यमंत्री धामी ने भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में कई चुनावी सभाएं की और जनता से कहा कि बागेश्वर में बैजनाथ धाम होने से यह शिव की नगरी है और इसलिए यहां से पार्वती को जिताएं ।
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की बदौलत बागेश्वर का चहुमुंखी विकास हो रहा है जबकि दिवंगत चंदन राम दास भी आजीवन बागेश्वर के लिए सेवा करते रहे और उनके अधूरे कामों को पूरा करने के लिए पार्वती को जिताना जरूरी है। मुख्यमंत्री ने बागेश्वर और गरूड़ में दास तथा अल्मोड़ा से भाजपा सांसद अजय टम्टा के साथ रोड शो भी किए।
उधर, कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत, प्रदेश पार्टी अध्यक्ष करन माहरा, राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी पूरे विधानसभा क्षेत्र का भ्रमण किया और पार्टी प्रत्याशी के लिए वोट मांगे।
माहरा ने कहा कि आज मंहगाई, बेरोजगारी, नारी उत्पीड़न तथा भ्रष्टाचार अपने चरम पर है और आम आदमी को दो वक्त की रोटी खाने के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है ।
उन्होंने आरोप लगाया कि धामी अपने अभी तक के कार्यकाल में कोई विशेष काम नहीं कर पाए हैं और केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम का सहारा लेकर सत्ता पर काबिज हैं । माहरा ने कहा कि बागेश्वर की जनता केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ आक्रोशित है और उपचुनाव में उन्हें करारा जवाब देगी ।
मतों की गिनती आठ सितंबर को होगी और उसी दिन नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे ।
राज्य में भाजपा दो तिहाई बहुमत के साथ काबिज है इसलिए इस उपचुनाव के नतीजों का सरकार पर कोई असर नहीं होगा । लेकिन राजनीतिक प्रेक्षकों का मानना है कि 2024 लोकसभा चुनाव से पहले धामी सरकार द्वारा समान नागरिक संहिता पर विशेषज्ञ समिति का गठन, जबरन धर्मांतरण, नकल विरोधी और अतिक्रमण के विरूद्व कठोर कानून जैसे निर्णयों पर यह जनता की राय साबित होगा ।
सत्तर सदस्यीय राज्य विधानसभा में फिलहाल सत्ताधारी भाजपा के 46, कांग्रेस के 19 और बहुजन समाज पार्टी के दो विधायक हैं। दो अन्य विधायक निर्दलीय है। एक सीट रिक्त है जिस पर उपचुनाव हो रहा है।
भाषा दीप्ति गोला
गोला

Facebook



