चुनाव में जीत और हार एक सिक्के के दो पहलू: पूनिया

चुनाव में जीत और हार एक सिक्के के दो पहलू: पूनिया

चुनाव में जीत और हार एक सिक्के के दो पहलू: पूनिया
Modified Date: December 4, 2023 / 07:19 pm IST
Published Date: December 4, 2023 7:19 pm IST

जयपुर, चार दिसंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजस्थान इकाई के पूर्व अध्यक्ष सतीश पूनिया ने विधानसभा चुनाव में हारने के एक दिन बाद सोमवार को कहा कि वह आमेर के लोगों की ‘सेवा’ नहीं कर पाएंगे और निर्वाचन क्षेत्र के लिए समय नहीं दे पाएंगे।

आमेर से पार्टी के निवर्तमान विधायक पूनिया रविवार को घोषित चुनाव नतीजों में कांग्रेस उम्मीदवार प्रशांत शर्मा से 9092 वोट के अंतर से सीट हार गए।

पूनिया ने कहा,‘‘मैं मानता हूं कि चुनाव में हार और जीत एक सिक्के के दो पहलू हैं लेकिन आमेर की यह हार मेरे लिए सोचने पर मजबूर करने वाली है, एक आघात जैसी है।’’

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उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा,‘‘हमने सपने देखे थे कि आमेर इस बार प्रदेश में रिवाज बदलेगा और हम सरकार के माध्यम से कार्यकर्ताओं का सम्मान और जनता का बेहतरीन काम करके इसे आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ,यह समय मेरे लिए कठिन परीक्षा की घड़ी जैसा है।’’

उन्होंने कहा,‘‘परन्तु परिस्थितियों और मनोवैज्ञानिक रूप से मैं यह निर्णय करने के लिए मजबूर हूं कि मैं अब भविष्य में आमेर क्षेत्र के लोगों और कार्यकर्ताओं को सेवा और समय नहीं दे पाऊँगा। मैं पार्टी नेतृत्व को भी मैं अपने निर्णय से अवगत करवाऊंगा और आग्रह करूंगा कि यहां कि समस्याओं के समाधान के लिए योग्य व्यक्तियों की नियुक्ति करें।’’

पूनिया ने कहा कि वह लंबे समय से पार्टी संगठन में व्यस्तता के कारण परिवार को पूरा समय नहीं दे पा रहे हैं।

संपर्क करने पर पूनिया ने कहा कि यह राजनीति से संन्यास लेने जैसा नहीं है बल्कि वह कुछ समय परिवार को समर्पित करना चाहते हैं।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समर्थित पूनिया सितंबर 2019 से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे और इस साल मार्च में उन्हें अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। बाद में उन्हें उपनेता प्रतिपक्ष बनाया गया था।

पूनिया पार्टी हलकों में अपने संगठनात्मक कौशल के लिए जाने जाते हैं और उन्होंने चार बार भाजपा के राज्य महासचिव के रूप में कार्य किया है।

भाषा कुंज पृथ्वी राजकुमार


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