नयी दिल्ली। Violence over railway recruitment examinations : रेलवे की भर्ती परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं को लेकर छात्रों के हिंसक प्रदर्शनों के बाद अभ्यर्थियों की समस्याएं सुलझाने के दबाव के बीच रेलवे ने बृहस्पतिवार को ‘अक्सर पूछे जाने वाले सवाल-जवाब’ (एफएक्यू) की सूची जारी की ताकि उसकी भर्ती प्रक्रिया को समझाया जा सके।
Violence over railway recruitment examinations : रेलवे की गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों (एनटीपीसी) और लेवल-1 की परीक्षाओं में अनियमितताओं को लेकर बिहार और उत्तर प्रदेश में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं जिसके बाद रेलवे को अपनी भर्ती प्रक्रिया रोकनी पड़ी है और समस्या के समाधान के लिए समिति गठित करनी पड़ी है।
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बृहस्पतिवार को ‘अक्सर पूछे जाने वाले सवाल-जवाब’ की सूची जारी करते हुए रेलवे ने अपनी अधिसूचित रिक्तियों के लिए अभ्यर्थियों की चयन प्रक्रिया से जुड़े भ्रम को दूर करने का प्रयास किया। रेलवे ने कहा कि रेलवे भर्ती बोर्ड ने 2018 से 2,83,747 रिक्तियां अधिसूचित की थीं और 1.32 लाख से ज्यादा भर्तियां कीं।
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रेलवे ने कहा, ‘‘बचे हुए पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। रेलवे भर्ती बोर्ड ने कोविड महामारी के बावजूद पिछले साढ़े तीन साल में करीब चार करोड़ कंप्यूटर आधारित जांच (सीबीटी) किए हैं।’’ रेलवे ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह कहीं नहीं कहा गया है कि दूसरे सीबीटी के लिए सात लाख अलग उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा।
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