Waqf Amendment Bill 2025: ईसाई समुदाय ने किया वक्फ संशोधन बिल खुला समर्थन.. वक़्फ़ बोर्ड ने ठोंक दिया है उनकी 400 एकड़ जमीन पर दावा

इससे पहले, केसीबीसी ने इस मुद्दे पर संसद की संयुक्त समिति के समक्ष एक याचिका भी दायर की थी, जिसमें वक्फ (संशोधन) विधेयक पर चर्चा की जा रही थी।

Waqf Amendment Bill 2025: ईसाई समुदाय ने किया वक्फ संशोधन बिल खुला समर्थन.. वक़्फ़ बोर्ड ने ठोंक दिया है उनकी 400 एकड़ जमीन पर दावा

Waqf Board claims 400 acres of land of Christians in Kerala || Image- IBC24 News File

Modified Date: April 1, 2025 / 04:12 pm IST
Published Date: April 1, 2025 4:04 pm IST
HIGHLIGHTS
  • केरल वक्फ बोर्ड ने 400 एकड़ ईसाई भूमि पर दावा किया।
  • कैथोलिक बिशप काउंसिल ने वक्फ संशोधन विधेयक समर्थन किया।
  • केरल में कांग्रेस और वाम दलों ने विधेयक का विरोध किया।

Waqf Board claims 400 acres of land of Christians in Kerala : तिरुवनंतपुरम: केरल में ईसाई समुदाय के सबसे बड़े संगठन, कैथोलिक बिशप काउंसिल (केसीबीसी), ने राज्य के सांसदों से वक्फ संशोधन विधेयक के पक्ष में मतदान करने का अनुरोध किया है। वहीं, केरल में कांग्रेस और वाम दलों ने इस विधेयक का पुरजोर विरोध किया है।

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ईसाई समुदाय का समर्थन पाने की कोशिश कर रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने केसीबीसी के इस कदम की सराहना की है। उल्लेखनीय है कि केसीबीसी केरल में सिरो-मालाबार, लैटिन और सिरो-मलंकरा चर्चों से संबंधित कैथोलिक बिशपों का एक प्रभावशाली संगठन है।

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कार्डिनल बेसिलियस क्लीमिस ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा कि “जब विधेयक संसद में बहस के लिए लाया जाए, तो केरल के जनप्रतिनिधियों को उन धाराओं में संशोधन के पक्ष में मतदान करना चाहिए, जो भूमि अधिकारों से संबंधित विवादों को हल करने में सहायक हों।”

विधेयक के समर्थन की वजह

Waqf Board claims 400 acres of land of Christians in Kerala : गौरतलब है कि एर्नाकुलम जिले के मुनंबम में लगभग 400 एकड़ भूमि पर वक्फ बोर्ड ने अपना दावा किया है, जबकि वर्तमान में यह भूमि स्थानीय ईसाई निवासियों के कब्जे में है। कार्डिनल ने कहा, “वक्फ अधिनियम की कई धाराएं ऐसे प्रावधान करती हैं, जो कानूनी रूप से भूमि के कब्जेदारों को उनके अधिकारों से वंचित कर सकती हैं। इन्हें संशोधित किया जाना चाहिए।”

उन्होंने कोझिकोड स्थित फारूक कॉलेज प्रबंधन का हवाला देते हुए कहा कि “कॉलेज प्रशासन ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि संबंधित भूमि कब्जेदारों को उपहार में दी गई थी। इसलिए, जनप्रतिनिधियों को ऐसे संशोधनों के पक्ष में मतदान करना चाहिए, जो वक्फ बोर्ड को इस भूमि पर दावा करने से रोकें।”

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इससे पहले, केसीबीसी ने इस मुद्दे पर संसद की संयुक्त समिति के समक्ष एक याचिका भी दायर की थी, जिसमें वक्फ (संशोधन) विधेयक पर चर्चा की जा रही थी।

हिंदू बनाम मुस्लिम मुद्दा नहीं है: भाजपा

मसले पर भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि, “केरल कैथोलिक बिशप काउंसिल (केसीबीसी) के बाद, कैथोलिक बिशप कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया (सीबीसीआई) ने भी वक्फ संशोधन को अपना समर्थन दिया है। उन्होंने केरल के 600 परिवारों का मामला उठाया है, जिनकी जमीन और संपत्ति वक्फ ने जब्त कर ली है। उन्होंने सांसदों से संशोधन का समर्थन करने की अपील की है। यह हिंदू बनाम मुस्लिम मुद्दा नहीं है – दोनों संगठनों ने यह स्पष्ट कर दिया है। यह अल्पसंख्यक बनाम बहुसंख्यक संघर्ष नहीं है। बल्कि, यह वक्फ के नाम पर जमीन का दोहन करने वालों और गरीब मुस्लिम समुदाय के बीच संघर्ष है।”

वाम दलों का विरोध

केरल कैथोलिक बिशप्स काउंसिल (केसीबीसी) द्वारा केरल के सभी सांसदों से वक्फ संशोधन विधेयक का समर्थन करने के अनुरोध पर, सीपीआई नेता डी राजा ने कहा, “आपको उनसे पूछना चाहिए। आज, यह मामला संसद में उठाए जाने की संभावना है। हमारी पार्टियां इसका विरोध करेंगी।”


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

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