Publish Date - April 1, 2025 / 03:01 PM IST,
Updated On - April 1, 2025 / 03:01 PM IST
Liquor Shop Closed in MP | Image Source | IBC24
HIGHLIGHTS
मध्यप्रदेश में शराबबंदी के बाद एक्शन में पुलिस,
उज्जैन के काल भैरव मंदिर क्षेत्र में अभियान जारी,
सख्त कार्रवाई की दी चेतावनी,
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उज्जैन: Liquor Shop Closed in MP: मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के 19 धार्मिक क्षेत्रों में पूर्ण शराबबंदी लागू कर दी है। यह प्रतिबंध 1 अप्रैल 2025 से प्रभावी हो गया है, जिसमें उज्जैन नगर निगम क्षेत्र भी शामिल है। इस निर्णय के तहत, इन पवित्र स्थलों के आसपास शराब की बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दी गई है।
उज्जैन में सख्ती, काल भैरव मंदिर क्षेत्र में अभियान जारी
Liquor Shop Closed in MP: शराबबंदी लागू होने के बाद उज्जैन पुलिस ने कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। आज, काल भैरव मंदिर के आसपास पुलिस ने दुकानों, ई-रिक्शा और अन्य वाहनों की गहन जांच की। हालांकि, चेकिंग के दौरान पुलिस को कोई अवैध शराब नहीं मिली, लेकिन इस अभियान से क्षेत्र में सतर्कता का माहौल बन गया है।
Liquor Shop Closed in MP: सीएसपी सुमित अग्रवाल ने बताया कि शराबबंदी के आदेश का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। यदि किसी व्यक्ति के पास शराब पाई जाती है, तो मध्य प्रदेश आबकारी अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Liquor Shop Closed in MP: मध्य प्रदेश सरकार का यह कदम धार्मिक और पर्यटन स्थलों की पवित्रता बनाए रखने के लिए उठाया गया है। उज्जैन, महाकाल की नगरी होने के नाते, आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व रखती है। सरकार चाहती है कि श्रद्धालुओं को स्वच्छ और संयमित वातावरण मिले, जिससे राज्य की धार्मिक पहचान और मजबूत हो।
मध्य प्रदेश के किन 19 धार्मिक क्षेत्रों में शराबबंदी लागू हुई है?
प्रदेश के 19 प्रमुख धार्मिक स्थलों, जिनमें उज्जैन, ओरछा, चित्रकूट, अमरकंटक, ओंकारेश्वर, महेश्वर और मैहर जैसे क्षेत्र शामिल हैं, में पूर्ण शराबबंदी लागू कर दी गई है।
उज्जैन में शराबबंदी को लेकर क्या कदम उठाए गए हैं?
उज्जैन पुलिस ने काल भैरव मंदिर के आसपास दुकानों, ई-रिक्शा और अन्य वाहनों की चेकिंग शुरू की है। पुलिस ने अवैध शराब पकड़ने के लिए विशेष अभियान भी चलाया है।
अगर कोई शराब का अवैध व्यापार करता है तो उसे क्या सजा मिलेगी?
मध्य प्रदेश आबकारी अधिनियम के तहत अवैध शराब की बिक्री, परिवहन या भंडारण करने पर कठोर दंड का प्रावधान है। दोषी पाए जाने पर जेल की सजा और भारी जुर्माना लगाया जा सकता है।
शराबबंदी लागू करने का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इसका मुख्य उद्देश्य धार्मिक स्थलों की पवित्रता बनाए रखना, श्रद्धालुओं को स्वच्छ वातावरण देना और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है।
क्या शराबबंदी का असर अन्य राज्यों के तीर्थस्थलों पर भी पड़ सकता है?
मध्य प्रदेश सरकार के इस कदम को देखते हुए, अन्य राज्यों में भी धार्मिक स्थलों पर शराबबंदी लागू करने की मांग तेज हो सकती है। इससे अन्य धार्मिक क्षेत्रों में भी शराबबंदी की संभावना बढ़ गई है।