वायनाड भूस्खलन आपदा : केंद्र ने राज्यसभा में कहा कि अभी तक 133 शव निकाले गये
वायनाड भूस्खलन आपदा : केंद्र ने राज्यसभा में कहा कि अभी तक 133 शव निकाले गये
नयी दिल्ली, 31 जुलाई (भाषा) सरकार ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि केरल में हुए विनाशकारी भूस्खलन के बाद अभी तक 133 शवों को निकाला जा चुका है तथा स्थिति का सामना करने के लिए राज्य सरकार को राज्य आपदा मोचन कोष (एसडीआरएफ) से 145 करोड़ रूपये की राशि प्रदान की गयी एवं जरूरत के अनुसार अतिरिक्त संसाधन भी मुहैया कराये जायेंगे।
उच्च सदन में केरल के वायनाड जिले में विनाशकारी भूस्खलन के कारण उत्पन्न स्थिति के संबंध में लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर विभिन्न दलों के सदस्यों द्वारा मांगे गये स्पष्टीकरणों का जवाब देते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने यह बात कही।
राय ने कहा कि घटना के दिन सुबह जैसे ही इस बारे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को जानकारी मिली, उन्होंने राज्य सरकार से संपर्क किया तथा जो भी सहायता की जा सकती थी, वे उसमें जुट गये।
गृह राज्य मंत्री ने सदन को बताया कि वायनाड में अभी तक 133 शवों को निकाला जा चुका है। उन्होंने कहा कि मृतक संख्या बढ़ सकती है तथा राज्य सरकार से केंद्र सरकार को जो सूचना मिलती है, उसे ही वह साझा करती है।
राय ने कहा कि आज ही राज्य आपदा मोचन कोष से केरल सरकार को 145 करोड़ रूपये की राशि प्रदान की गयी है।
राय ने कहा कि प्रधानमंत्री स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं तथा उनके निर्देश पर गृह राज्य मंत्री जार्ज कुरियन स्थिति का जायजा लेने के लिए कल ही प्रभावित क्षेत्र में पहुंच गये थे। उन्होंने कहा कि कुरियन वहां की ताजा स्थिति के बारे में प्रधानमंत्री और गृह मंत्री शाह को निरंतर जानकारी दे रहे हैं।
उन्होंने बताया कि गृह मंत्री अमित शाह की कल ही केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से बातचीत हुई थी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी पहले ही मुख्यमंत्री से बात करके उन्हें केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दे चुके हैं।
गृह राज्य मंत्री ने कहा कि वायनाड में भूस्खलन की घटना के फौरन बाद राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें, थलसेना, वायुसेना, नौसेना और तटरक्षक बल तलाश एवं बचाव कार्यों में लग गये थे और लगातार तत्परता से लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि वहां तीन बेली पुलों के निर्माण के लिए सेना के मद्रास इंजीनियरिंग ग्रुप के कॉलम तैनात किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ की चार टीम, सेना के चार कॉलम, नौसेना का एक कॉलम, तटरक्षक की तीन इकाइयां, राज्य सरकार सहित 1200 कर्मी राहत एवं बचाव कार्यों में 24 घंटे लगे हुए हैं। तलाश कार्यों में खोजी कुत्तों के दस्ते को भी लगाया गया है।
राय ने कहा कि भारतीय थल सेना के दो और नौसेना का एक हेलीकाप्टर बचाव एवं राहत कार्यों में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि सेना की चिकित्सा टीमें पीड़ितों के उपचार कार्यों में लगी हुई हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार में उच्चतम स्तर पर स्थिति की निगरानी की जा रही है तथा जरूरत के अनुसार अतिरिक्त संसाधन उपलब्ध कराये जायेंगे। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय के दोनों नियंत्रण कक्ष 24 घंटे स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और राज्य को हर संभव मदद प्रदान की जा रही है।
भाषा
माधव मनीषा
मनीषा

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