पश्चिम बंगाल : सदन के बाहर मंत्री की कथित टिप्पणियों को लेकर भाजपा ने विधानसभा से बहिर्गमन किया

पश्चिम बंगाल : सदन के बाहर मंत्री की कथित टिप्पणियों को लेकर भाजपा ने विधानसभा से बहिर्गमन किया

पश्चिम बंगाल : सदन के बाहर मंत्री की कथित टिप्पणियों को लेकर भाजपा ने विधानसभा से बहिर्गमन किया
Modified Date: July 26, 2024 / 07:27 pm IST
Published Date: July 26, 2024 7:27 pm IST

कोलकाता, 26 जुलाई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा से बहिर्गमन किया।

भाजपा विधायकों ने पश्चिम बंगाल सरकार के वरिष्ठ मंत्री फिरहाद हकीम द्वारा कुछ समय पहले की गयी एक कथित सार्वजनिक टिप्पणी को लेकर माफी की मांग से जुड़ा प्रस्ताव सदन में पेश करने की अनुमति नहीं देने के विधानसभा अध्यक्ष के फैसले के विरोध में यह कदम उठाया।

विधानसभा के बाहर एक धार्मिक कार्यक्रम में हकीम द्वारा की गई कथित टिप्पणियों के लिए उनसे माफी की मांग का प्रस्ताव विधानसभा अध्यक्ष बिमन बंद्योपाध्याय द्वारा खारिज किये जाने के बाद नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में करीब 55 विधायकों ने विधानसभा से बहिर्गमन किया।

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इस माह की शुरुआत में सोशल मीडिया पर आए एक वीडियो में इस्लामिक फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में हकीम को कथित तौर पर यह कहते हुए ”जो लोग इस्लाम में पैदा नहीं हुए वे दुर्भाग्यशाली हैं और अगर हम उन्हें इस्लाम में लाते हैं तो यह अल्लाह को पसंद आएगा” देखा सकता है।

भाजपा ने कथित टिप्पणी के लिए हकीम की आलोचना की, वहीं मंत्री ने कहा कि वह धर्मनिरपेक्षता में विश्वास रखते हैं और अपने इलाके में वर्षों से दुर्गा और काली पूजा मनाते आ रहे हैं। हकीम ने कहा कि उन्हें भाजपा से भारत की समावेशिता और धर्मनिरपेक्षता के बारे में सीखने की जरूरत नहीं है।

उन्होंने यह भी कहा कि वह उचित अवसर पर कथित टिप्पणियों के पीछे की परिस्थितियों और कारकों के बारे में बताएंगे। भाजपा विधायकों ने हालांकि शुक्रवार को दावा किया कि हकीम के कथित बयान से कई धार्मिक समुदायों की भावनाओं को ठेस पहुंची है।

हकीम कोलकाता के महापौर और राज्य सरकार में मंत्री भी हैं।

विधानसभा अध्यक्ष द्वारा यह कहने के बाद कि यह मामला विधानसभा के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता, प्रदर्शनकारी विधायकों ने सदन से बहिर्गमन कर दिया।

भाजपा के मुख्य सचेतक शंकर घोष और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने पूर्व में कहा था कि जब तक हकीम सार्वजनिक रूप से अपनी कथित टिप्पणियों को वापस नहीं लेते और सदन में माफी नहीं मांगते तब तक वे उनसे कोई सवाल नहीं पूछेंगे और न ही उनके जवाब सुनेंगे।

उन्होंने कहा कि धार्मिक कार्यक्रम में हकीम की कथित टिप्पणियां संविधान की भावना के खिलाफ हैं।

संसदीय कार्य मंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ नेता सोवनदेब चट्टोपाध्याय ने कहा, ‘‘सदन के बाहर एक धार्मिक समारोह में किसी ने जो कुछ भी कहा उस पर विधानसभा में चर्चा नहीं की जा सकती। ”

उन्होंने कहा कि भाजपा अनावश्यक रूप से विवाद पैदा कर रही है।

भाषा जितेंद्र पवनेश

पवनेश


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