प्रियंका को वंदे मातरम् ‘दो टुकड़ों में’ लिखे जाने की सूचना कहां से मिली : शेखावत

प्रियंका को वंदे मातरम् ‘दो टुकड़ों में’ लिखे जाने की सूचना कहां से मिली : शेखावत

प्रियंका को वंदे मातरम् ‘दो टुकड़ों में’ लिखे जाने की सूचना कहां से मिली : शेखावत
Modified Date: December 8, 2025 / 06:53 pm IST
Published Date: December 8, 2025 6:53 pm IST

नयी दिल्ली, आठ दिसंबर (भाषा) केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोमवार को लोकसभा में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाद्रा के एक दावे पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस नेता यह प्रमाणित करें कि उन्हें वंदे मातरम् ‘‘दो टुकड़ों में’’ लिखे जाने की सूचना कहां से मिली।

शेखावत ने निचले सदन में वंदे मातरम् पर चर्चा के दौरान, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा द्वारा इस संबंध में दिये गए वक्तव्य का हवाला देते हुए यह बात कही।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘उन्होंने (प्रियंका) कहा कि 1875 में बंकिम चंद्र चटर्जी ने केवल दो अंतरा लिखे थे और सात साल बाद 1882 में उसके बचे हुए पांच अंतरा लिखे थे।’’

 ⁠

उन्होंने कांग्रेस सांसद से इसे प्रमाणित करने को कहा कि ‘‘यह सूचना उन्हें कहां से मिली है?’’

शेखावत ने कहा, ‘‘बंकिम-भवन गवेषणा केंद्र, नैहाटी, जो बंकिम बाबू की जन्म स्थली पर बना हुआ गवेषणा केंद्र है, एक शोध केंद्र है। वह यह कहता है कि बंकिम बाबू ने पूरा वंदे मातरम् एक बार में एक साथ लिखा था। लेकिन माननीय सदस्या ने यहां जो अपना वक्तव्य दिया है, उसे प्रमाणित करें कि यह यह सूचना उन्हें कहां से मिली है?’’

प्रियंका ने कहा था कि वंदे मातरम् के दो अंतरा 1875 में चटर्जी ने लिखे थे और बाकी अंश 1882 में लिखे थे।

भाषा सुभाष वैभव

वैभव


लेखक के बारे में