रंग लाई सेना की पहल, कश्मीर में तीन दशक बाद मनाया गया यौम-ए-रसूल मीर

रंग लाई सेना की पहल, कश्मीर में तीन दशक बाद मनाया गया यौम-ए-रसूल मीर

रंग लाई सेना की पहल, कश्मीर में  तीन दशक बाद मनाया गया यौम-ए-रसूल मीर
Modified Date: November 29, 2022 / 08:37 pm IST
Published Date: March 17, 2021 1:07 pm IST

अनंतनाग (जम्मू-कश्मीर ),17 मार्च(भाषा)।  दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के दोरू-शाहबाद में सेना ने बुधवार को तीन दशक से अधिक समय बाद 19वीं सदी के प्रसिद्ध शायर रसूल मीर की याद में ‘यौम-ए-रसूल मीर’ का आयोजन किया।

Read More News: Road Safety World Series 2021: वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड को 5 विकेट से हराकर सेमीफाइनल में मारी एंट्री, कल भारत से होगा मुकाबला

सेना के एक अधिकारी ने बताया कि इससे युवाओं को उनकी जड़ों, संस्कृति तथा कश्मीरियत से जुड़ने और सिर उठाकर आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।

 ⁠

19 राष्ट्रीय राइफल्स ने नागरिक प्रशासन की मदद से कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस दौरान लोकप्रिय गायकों, नृतकों तथा नाट्य कलाकारों ने प्रस्तुति दी और ‘कश्मीर के जॉन कीट्स’ के नाम से मशहूर रसूल मीर के कार्यों को रेखांकित किया।

कार्यक्रम में विक्टर फोर्स के जनरल ऑफिसर कमांडिग मेजर जनरल राशिम बाली ने शिकरत की।
Read More News: कोरोना, क्रिकेट और सवाल! क्या मौजूदा हाल में इतना पर्याप्त है?

मेजर जनरल बाली ने कार्यक्रम में काफी लोगों के एकत्रित होने पर प्रसन्नता प्रकट की।

उन्होंने कहा, ”रसूल मीर कश्मीर के महान शायर थे और उन्हें ‘इमाम-ए-इश्कियां शायरी’ (प्रेम पर आधारित शायरी का दिग्गज) कहा जाता है। आज के दिन यहां (दूरु) में कार्यक्रम आयोजित किये जाते थे, लेकिन आतंकवाद के पैर पसारने के चलते वह परंपरा रुक गई थी।”

Read More News: ‘नाइट कर्फ्यू’ पाबंदी बनाम सियासत! क्या प्रदेश में सख्ती का दौर और बढ़ेगा? 

 


लेखक के बारे में