विकास में योगदान देने के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करें युवा : उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन
विकास में योगदान देने के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करें युवा : उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन
पुडुचेरी, 29 दिसंबर (भाषा) उपराष्ट्रपति सी पी राधाकृष्णन ने सोमवार को युवाओं और युवा स्नातकों से राष्ट्र के विकास में योगदान देने के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग करने का आग्रह किया।
पांडिचेरी केंद्रीय विश्वविद्यालय के 30वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में स्नातक छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), स्वचालन, जैव प्रौद्योगिकी और डिजिटल संपर्क मानव जीवन के हर पहलू को नया आकार दे रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘शिक्षित व्यक्तियों के रूप में, युवाओं को उत्साह और नैतिक सतर्कता दोनों के साथ प्रौद्योगिकी का उपयोग करना चाहिए।’’
पांडिचेरी विश्वविद्यालय के पदेन कुलाधिपति राधाकृष्णन ने इस बात पर जोर दिया कि राष्ट्रीय विकास के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘डिजिटल प्रौद्योगिकी को अपनी गहन चिंतन क्षमता को कम न करने दें।’’
राधाकृष्णन ने युवाओं से नशे से दूर रहने की अपनी अपील दोहराई।
उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मैं कई बार यह अपील कर चुका हूं। आपको न केवल नशे से मुक्त रहना चाहिए, बल्कि अपने दोस्तों की भी इससे दूर रहने में मदद करनी चाहिए।’’
राधाकृष्णन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘विकसित भारत 2047’ के दृष्टिकोण का उल्लेख करते हुए इसे देश के विकास के लिए एक व्यापक रोडमैप बताया।
उन्होंने छात्रों से जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहने का भी आग्रह किया।
इस अवसर पर पुडुचेरी के उपराज्यपाल के. कैलाशनाथन, मुख्यमंत्री एन रंगासामी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड के सदस्य जी सतीश रेड्डी और कुलपति पी प्रकाश बाबू सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे।
इससे पहले, राधाकृष्णन ने भरथियार स्मारक और संग्रहालय का दौरा किया, तमिल कवि की प्रतिमा का अनावरण किया और पुष्पांजलि अर्पित की।
भाषा नेत्रपाल माधव
माधव

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