iPhone Eye Tracking Feature: दुनिया धीरे-धीरे इतनी तरक्की करती जा रही है कि, अब असंभव चीजे भी संभव होने लगी है। टच स्क्रीन स्मार्टफोन की एंट्री हुई ज्यादा साल हुए नहीं की अब आंखों के इशारे से चलने वाले स्मार्ठफोन ने भी दस्तक दे दी है। जी हां, अगर आप भी iPhone यूजर हैं तो आपके लिए एक बड़ी और अच्छी खबर है। अब आपके आंखों के इशारे से आपका फोन चलेगा, इसके लिए आपको फोन को उंगलियों से छूने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। आइए जानते हैं कैसे काम करेगा फीचर..
iPhone Eye Tracking Feature
Apple ने iOS 18 अपडेट के साथ iPhone में एक नया Eye Tracking फीचर पेश किया है, जो डिवाइस के बिल्ट-इन फ्रंट-फेसिंग कैमरे का उपयोग करता है। Apple का यह इनोवेटिव फीचर उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा जो किसी शारीरिक बाधा के कारण स्मार्टफोन को टच से ऑपरेट करने में असमर्थ हैं। Eye Tracking से टेक्नोलॉजी और अधिक इनक्लूसिव बन रही है, जिससे हर कोई iPhone का इस्तेमाल आसानी से कर सकेगा।
किन iPhone मॉडल्स पर मिलेगा सपोर्ट?
Eye Tracking फीचर iPhone 12 और उसके बाद के सभी मॉडल्स को सपोर्ट करता है। इसके अलावा, iPhone SE (3rd Gen) में भी यह सुविधा उपलब्ध कराई गई है। ध्यान रहे कि, कैमरा साफ हो और आपके चेहरे पर पर्याप्त रोशनी पड़ रही हो। iPhone को लगभग डेढ़ फीट की दूरी पर स्थिर रखें ताकि कैमरा आपकी आंखों की मूवमेंट को सटीक रूप से कैप्चर कर सके।
Eye Tracking Feature कैसे इनेबल करें फीचर?
- सबसे पहले iPhone की Settings ऐप खोलें।
- Accessibility ऑप्शन पर टैप करें।
- वहां आपको Eye Tracking का विकल्प मिलेगा, इसे इनेबल कर दें।
- Eye Tracking को कैलिब्रेट करने के लिए इसे ऑन करने के बाद, ऑन-स्क्रीन निर्देशों का पालन करें।
- स्क्रीन के अलग-अलग हिस्सों में जो बिंदु दिखाई देंगे, उन पर अपनी नजर टिकाकर आंखों की हरकतों को ट्रैक करें।
- ध्यान दें कि हर बार इस फीचर को चालू करने पर आपको इसे दोबारा कैलिब्रेट करना होगा।
Eye Tracking का उपयोग कैसे करें?
- फीचर एक्टिवेट होने पर एक ऑन-स्क्रीन पॉइंटर आपकी आंखों की मूवमेंट को फॉलो करता है।
- जिस आइटम को आप स्क्रीन पर देखते हैं, उसके चारों ओर एक बॉर्डर दिखाई देने लगता है।
- जब आप किसी स्थान पर अपनी नजर स्थिर रखते हैं, तो वहीं पर ड्वेल पॉइंटर नजर आता है।
- इसके बाद ड्वेल टाइमर शुरू होता है, और तय समय पूरा होने पर डिफॉल्ट एक्शन ऑटोमैटिक परफॉर्म हो जाता है।
iPhone में Eye Tracking फीचर कैसे काम करता है?
यह फीचर फ्रंट कैमरे के जरिए आंखों की मूवमेंट को डिटेक्ट करता है और उसी के अनुसार स्क्रीन पर एक्शन परफॉर्म करता है।
क्या Eye Tracking को हर बार ऑन करने पर दोबारा सेट करना होगा?
हाँ, हर बार चालू करने पर इसे दोबारा कैलिब्रेट करना पड़ता है ताकि यह आपकी आंखों की मूवमेंट को सही तरीके से पहचान सके।
क्या सभी iPhone में यह फीचर मिलेगा?
नहीं, यह सिर्फ iPhone 12 और उसके बाद के मॉडल्स में उपलब्ध है। iPhone SE (3rd Gen) भी इसे सपोर्ट करता है।
क्या Eye Tracking फीचर सिर्फ दिव्यांग लोगों के लिए है?
हालांकि यह फीचर मुख्य रूप से दिव्यांगों के लिए डिजाइन किया गया है, लेकिन इसे कोई भी इस्तेमाल कर सकता है।
क्या Eye Tracking इस्तेमाल करने के लिए एक्स्ट्रा हार्डवेयर चाहिए?
नहीं, यह सिर्फ iPhone के बिल्ट-इन फ्रंट कैमरा से काम करता है, किसी अतिरिक्त हार्डवेयर की जरूरत नहीं होती।