इंसानी दुनिया और समुद्री दुनिया की अनोखी कहानी है एक्वामैन

इंसानी दुनिया और समुद्री दुनिया की अनोखी कहानी है एक्वामैन

  •  
  • Publish Date - December 4, 2022 / 04:59 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:13 PM IST

रायपुर। डीसी कॉमिक्स के कैरेक्टर एक्वामैन पर बेस्ड फिल्म यूएस से एक हफ्ते पहले ही भारत में रिलीज हो गई है। जेम्स वॉन के निर्देशन में बनी यह फिल्म एक्वामैन के कैरेक्टर पर बेस्ड पहली फुल लैंथ फिल्म है। इससे पहले दर्शकों ने इस कैरेक्टर को बैटमैन वर्सेज सुपरमैन: डॉन ऑफ जस्टिस, सुसाइड स्क्वाड और जस्टिस लीग में कैमियो करते देखा था।

एक्टिंग

एक्वामैन के किरदार में जेसन मोमोआ एक आम इंसान और सुपरहीरो दोनों की भूमिका बखूबी निभाते नजर आए हैं। जेसन ने कैरेक्टर को काफी बखूबी निभाया है, जस्टिस लीग में दिखाई दिए एक्वामैन की तुलना में यह एक्वामैन बेहतर और प्रभावी दिखाई देता है। एम्बर हर्ड ने राजकुमारी मीरा का किरदार निभाया है। आर्थर की लव इंट्रेस्ट के साथ ही एम्बर उसे गाइडेंस देने का काम भी करती है। मां और रानी के किरदार में निकोल किडमैन और सौतेला भाई ओर्म के किरदार में पैट्रिक विल्सन की एंट्री भी बहुत शानदार है। जेम्स वॉन पूरी फिल्म में दर्शकों को बांधे रखते हैं। कहानी और प्रेजेंटेशन अच्छा है लेकिन फिल्म में एक ही बात को बार-बार समझाना दर्शकों को थोड़ा बोर भी कर सकता है।

कहानी

फिल्म आधे इंसान और आधे अटलांटियन आर्थर करी (जेसन मोमोआ) की कहानी है, जिसकी मां अटलांटिस की रानी है और पिता एक आम इंसान। लाइट हॉउस का गार्ड थॉमस करी उसकी जान बचाता है और दोनों में प्यार हो जाता है। दोनों का बच्चा आर्थर पैदा होता है, जिसमें अद्भुत शक्तियां है। कई साल बाद राजकुमारी मीरा आर्थर को खोजकर उसे बताती है कि आर्थर का सौतेला भाई ओर्म धरती के लिए एक बड़ा खतरा बनकर उभर रहा है, और आर्थर को, जो कि असलियत में अटलांटिस का वारिस है, अपनी जिम्मेदारी का एहसास दिलाती है। इसके बाद शुरु होता है सफर एक्वामैन के बनने और दो दुनिया के बीच फंसे उसके अस्तित्व का।

फिल्म में समुद्र की दुनिया को वीएफएक्स के जरिए जीवंत बनाया गया है। समुद्र की खूबसूरत दुनिया और पानी के अंदर युद्ध के उद्देश्य फिल्म में एडवेंचर पैदा करते हैं। आम लोगों के बीच रह रहे इंसान के सुपरहीरो बनने की इंट्रेस्टिंग कहानी के बीच जेम्स वॉन ने समुद्र में बढ़ते प्रदूषण के मुद्दे को भी ऊभारा है। फिल्म की कहानी में यह सोशल इशु फिल्म का ही हिस्सा है। सिनेमैटोग्राफी जबरदस्त है, और डिटेलिंग को छोड़ दें तो वीएफएक्स एकदम असली होने का एहसास देता है। फिल्म 3डी में देखना बेहतर अनुभव देगा।