किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं आशा भोसले की निजी जिदंगी, एक पति ने छोड़ा साथ तो दूसरे ने…

किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं आशा भोसले की निजी जिदंगी, एक पति ने छोड़ा साथ तो दूसरे ने : Asha Bhosle personal life is no less than the story of a film

किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं आशा भोसले की निजी जिदंगी, एक पति ने छोड़ा साथ तो दूसरे ने…

Asha Bhosle to be honored with Lata Deenanath Mangeshkar Award

Modified Date: December 4, 2022 / 11:42 am IST
Published Date: December 4, 2022 11:42 am IST

मुंबई । आज बॉलीवुड की मशहूर प्लेबैक सिंगर आशा भोसले का 89वां जन्म दिन मना रही है। उन्होंने अपने लंबे चौड़े म्यूजिक करियर में एक से बढ़कर एक गानों गाए। लता मंगेशकर के बाद आशा भोसले ही वह महिला सिंगर जिन्हे वैश्विक लेवल पर अलग लेवल की प्रसिद्धी मिली। उन्होंने एक से बढ़कर एक गानों को अपनी जादुई आवाज से सुपरहिट बनाया है। बहुत कम लोग ही जानते है कि आशा भोसले ने अपने सिंगिंग करियर की शुरुआत एक मराठी गाने से की। जो साल 1943 में आई थी। गाने के बोल नाम ‘चला चला नव बाला’ था।

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16 साल की आयु में आशा ने अपना पहला सोलो फिल्म गाना ‘रात की रानी’ के लिए गाया। आशा ने 16 की आयु में ही गणपत राव भोसल से शादी कर ली थी। उनका वैवाहिक जीवन कभी भी ठीक नहीं रहा। शादी के कुछ साल बाद आशा अपने घर वापस लौट आई। आशा को पहली सफलता ‘नन्हे मुन्हे बच्चे’ गाने से मिली। आरडी और एसडी बर्मन के साथ उनके गाए गए सभी गाने सुपरहिट रहे। 60 और 70 के दशक में आशा ने हिंदी सिनेमा की कई अभिनेत्रियों के लिए प्लेबैक किया। 1980 में आशा भोसले इंडियन फिल्म इंड्रस्ट्री के दिग्गज म्यूजिक डायरेक्टर और सिंगर आरडी बर्मन से शादी कर ली। विवाह के 14 साल बाद वर्ष 1994 में आरडी बर्मन का निधन हो गया।

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आशा भोसले 79 साल की उम्र में ‘माई’ नाम की मराठी फिल्म से अपना एक्टिंग डेब्यू किया। फिल्म में उन्होंने मां की भूमिका निभाई थी। उन्होनें अपने करियर में ढेर सारे अवॉर्ड्स जीते। साल 2000 में, भारत सरकार ने आशा भोसले को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया और बाद में 2008 में उन्हें पद्म विभूषण से भी नवाजा गया।


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