कंगना की मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ झांसी,ठाकरे को कर देगी मात | Manikarnika Movie Review

कंगना की मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ झांसी,ठाकरे को कर देगी मात

कंगना की मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ झांसी,ठाकरे को कर देगी मात

:   Modified Date:  December 4, 2022 / 08:17 AM IST, Published Date : December 4, 2022/8:17 am IST

कंगना रनौत की विवादस्पद फिल्म मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ झांसी रिलीज हो गई है।सबसे खास बात यह है कि इस फिल्म के साथ ही कंगना निर्देशन के क्षेत्र में भी अपनी किस्मत आजमा रही है।अभिनेत्री कंगना फिल्म इंडस्ट्री में इतना दंभ रखती है कि उनके नाम से ही फिल्म चल जाती है। या ये कहें कि कंगना फिल्म हिट करने की गारंटी रखती है।लंबे इंतज़ार के बाद कंगना की फिल्म मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ झांसी ने दर्शकों को अपनी ओर खींचने में सफलता हासिल कर ली है। इस फिल्म में कंगना का जबरदस्त एक्शन के साथ साहस देखने मिला है जो आपके रोंगटे खड़े कर देगा। वास्तव में टॉकीज के अंदर बैठ कर आपको एक बार अहसास जरूर होगा की जिस झांसी की रानी की वीरता की गाथा हम सुनते थे उस किरदार के लिए कंगना ने भरपूर मेहनत की है।

फिल्म- मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी

कलाकार- कंगना रनौत, अंकिता लोखंडे, जिस्सू सेनगुप्ता, डैनी डेन्जोंगपा, मोहम्मद जीशान अयूब, सुरेश ओबेरॉय, कुलभूषण खरबंदा अन्य

निर्देशक- कंगना और कृष

क्या है फिल्म की कहानी?

बता दें कि फिल्म मणिकर्णिका एक पीरियड ड्रामा है. जिसकी शुरुआत होती है मणिकर्णिका (कंगना रनौत) के जन्म। मणिकर्णिका बचपन से शस्त्र चलाने में बेहद ही निपुण हैं. उनकी इसी योग्यता को देखकर झांसी के राजा गंगाधर राव (जिस्सू सेनगुप्ता) का रिश्ता आता है और उनकी शादी हो जाती है. शादी के बाद उनका नाम ‘लक्ष्मीबाई’ हो जाता है. सबकुछ ठीक चलता है. रानी लक्ष्मीबाई झांसी को उसका उत्तराधिकारी देती है, जिसका नाम होता है दामोदर दास राव लेकिन मात्र 4 महीने की उम्र में उनका निधन हो जाता है. इसके बाद गंभीर बीमारी से उनके पति का भी निधन हो जाता है. बच्चे और पति के निधन होने की वजह से अंग्रेज झांसी को हड़पने की कोशिश करते है। लेकिन अपनी वीरता और साहस के बल पर लक्ष्मी बाई अंग्रेजो से लोहा लेने के लिए अपने राज्य को बचाने के लिए झांसी की गद्दी पर बैठती हैं और ऐलान करती हैं कि झांसी किसी को नहीं देंगी. इसके बाद रानी लक्ष्मीबाई कैसे युद्ध लड़ती हैं और कैसे अपनी मातृभूमि के लिए शहीद होती हैं, इसके लिए आपको फिल्म देखनी होगी।

इतिहास पर दिलचस्पी रखने वालों के लिए फिल्म फरफेक्ट है. फिल्म में भरपूर एक्शन के साथ . कंगना का रौद्र रूप देखने मिलेगा जो रोंगटे खड़े कर देगा फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक बेहद ही शानदार है, जिसकी वजह से एक्शन सीन्स में जान आ गई है। कंगना पूरी फिल्म में जोश से भरी हुई नजर आईं है।

मूवी का कैमरा और वीएफएक्स अच्छा है. फिल्म इंस्पायरिंग है.सबसे ज्यादा फिल्म में किसी चीज पर फोकस किया गया है तो वो है कंगना के लुक्स. उनकी फिल्म में एंट्री से लेकर और खत्म होने तक कंगना गजब की खूबसूरत लगती हैं. डैनी डेन्जोंगपा और मोहम्मद जीसान अयूब ने गजब की अदाकारी की है. फिल्म के संवाद देशभक्ति के जज्बे भरे हैं और डायलॉग भी अच्छे है। कंगना और कृष का डायेरक्शन भी अच्छा है। ओवर आल अगर देखा जायेगा तो यह फिल्म बहुत दिनों से जो लोग बॉक्स ऑफिस का रुख नहीं किये हैं उन्हें खींचने का जज्बा रखती है।