FIFA World Cup 2022 : फुटबॉल विश्‍व कप से भारतीय किसानों को होगा फायदा? कतर में होगा अंडे का फंडा, जानें पूरा मामला

FIFA World Cup 2022 : खाड़ी देशों को अंडों का निर्यात बढ़ने से सबसे ज्‍यादा लाभ किसानों को मिलेगा। बाजार में अंडे की उत्‍पादन लागत बढ़ गई।

FIFA World Cup 2022 : फुटबॉल विश्‍व कप से भारतीय किसानों को होगा फायदा? कतर में होगा अंडे का फंडा, जानें पूरा मामला

FIFA World Cup 2022

Modified Date: November 29, 2022 / 08:59 pm IST
Published Date: November 21, 2022 6:23 pm IST

नई दिल्ली। FIFA World Cup 2022 : इस साल का फुटबॉल विश्‍व कप खाड़ी देश कतर में हो रहा है। देश कतर में दुनियाभर के सैलानियों का जमावड़ा लगा है। जाहिर है इस समय खाने-पीने की चीजों की मांग भी काफी बढ़ गई है। खासकर अंडे की खपत काफी बढ़ गई है और इस कमी को पूरा कर रहा है भारतीय पॉल्‍ट्री उद्योग। अभी तक खाड़ी देशों को अंडे का सबसे बड़ा सप्‍लायर यूक्रेन और तुकी थे। यूक्रेन तो फरवरी के बाद से ही रूस के साथ युद्ध में फंसा है और तुर्की अकेले इसकी सप्‍लाई करने में समर्थ नहीं है। इसका फायदा उठाया भारतीय पॉल्‍ट्री किसानों ने अपना निर्यात बढ़ाकर खाड़ी देश के इस अंडे के बाजार का फंडा समझ लिया। फुटबॉल विश्‍व कप के दौरान कतर में अंडे की मांग और बढ़ गई है। आसपास के देशों ओमान, यूएई में भी अंडे की बढ़ी मांग भारतीय उद्योग ही पूरा कर रहा है।

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FIFA World Cup 2022 : ऑल इंडिया पॉल्‍ट्री प्रोडक्‍ट एक्‍सपोर्टर एसोसिएशन के अध्‍यक्ष के सिंहराज ने बताया कि खाड़ी देशों में भारतीय अंडे की मांग इसलिए भी ज्‍यादा बढ़ रही है, क्‍योंकि यह तुर्की के मुकाबले काफी सस्‍ता भी पड़ता है। 360 अंडों का एक कैरेट तुर्की से जहां 36-37 डॉलर के हिसाब से आता है, वहीं भारत इसे 30-31 डॉलर के हिसाब से भेजता है। भारत के तमिलनाडु स्थित नमक्‍कल से सबसे ज्‍यादा अंडों का निर्यात किया जाता है। इसे देश में अंडा उत्‍पादन का हब माना जाता है, जहां रोजाना 4.5 करोड़ अंडों का उत्‍पादन होता है, जबकि पूरे देश में रोजाना 30 करोड़ अंडों का उत्‍पादन हो रहा है।

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किसानों को होगा फायदा

आंध्र प्रदेश में वेंकटेश्‍वर हेचरीज के प्रमुख केजी आनंद ने कहा, खाड़ी देशों को अंडों का निर्यात बढ़ने से सबसे ज्‍यादा लाभ किसानों को मिलेगा। घरेलू बाजार में अंडे की उत्‍पादन लागत तो बढ़ गई है, लेकिन यहां कीमत काफी कम रही जिससे किसानों को लाभ नहीं मिला। कोरोनाकाल में एक अंडे की उत्‍पादन लागत 4.50 रुपये, जबकि उसकी कीमत 4.75 रुपये से 5 रुपये तक रही थी। अभी यह 5.50 से 7 रुपये के दायरे में पहुंच गई है, जिसका सीधा लाभ किसानों को मिलेगा और उन्‍हें अपनी लागत निकालने में आसानी होगी।

 

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लेखक के बारे में

Shyam Bihari Dwivedi, Content Writter in IBC24 Bhopal, DOB- 12-04-2000 Collage- RDVV Jabalpur Degree- BA Mass Communication Exprince- 5 Years