IBC24 Fact Check : सेना के जवानों पर मतदान में फर्जीवाड़े का आरोप, वायरल हुआ वीडियो, जानें क्या है इसके पीछे की सच्चाई

IBC24 Fact Check : सेना के जवानों पर मतदान में फर्जीवाड़े का आरोप, वायरल हुआ वीडियो, जानें क्या है इसके पीछे की सच्चाई

IBC24 Fact Check

Modified Date: May 29, 2024 / 11:59 am IST
Published Date: May 11, 2024 2:38 pm IST

Newschecker देश में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सात चरणों में मतदान होना है। तीन चरणों के मतदान संपन्न हो चुके हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर आर्मी के जवान पर फर्जी वोटिंग करवाने का आरोप लगाते हुए एक शख्स का वीडियो वायरल है। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि सेना भारतीय जनता पार्टी के लिए फर्जी वोट डलवा रही है। लेकिन बताया गया कि वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि पांच साल पुराना है।

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जवान ने दर्ज कराई थी शिकायत

हालांकि, जांच में पाया कि वायरल वीडियो लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान मध्यप्रदेश के जबलपुर का है। उस दौरान कुछ लोगों ने भारतीय सेना के जवानों पर भाजपा के पक्ष में वोट डलवाने के आरोप लगाए थे, जिसका भारतीय सेना ने खंडन किया था। बाद में जवान ने मतदान में बाधा डालने और सेना की छवि खराब करने को लेकर इसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। पुराने वीडियो को फर्जी दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। वहीं यह वायरल वीडियो करीब 2 मिनट 14 सेकेंड का है, जिसमें कुछ लोग वर्दीधारियों पर भाजपा के पक्ष में फर्जी वोटिंग करवाने के आरोप लगाते दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो में एक व्यक्ति स्थान के तौर पर कैंट विधानसभा क्षेत्र बताता हुआ दिख रहा है।

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Newschecker ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए वीडियो शेयर करने वाले कुछ ट्वीट को खंगाला तो पाया कि रिप्लाई सेक्शन में कुछ यूजर्स ने इसे 2019 का बताया है।

 

इसके बाद हमने संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया तो हमें मई 2019 में किए गए कई फेसबुक पोस्ट मिले, जिसमें यह वीडियो मौजूद था।

पड़ताल के दौरान हमें 2 मई 2019 को न्यू इंडियन एक्सप्रेस की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट मिली. जिसमें बताया गया था कि मध्य प्रदेश के जबलपुर में सेना के अधिकारियों ने 29 अप्रैल 2019 को अज्ञात लोगों के खिलाफ सामान्य मतदाताओं के मतदाता पहचान पत्र छीनने की कोशिश करने, छावनी में तैनात सैनिक मतदाताओं को रोकने और सेना की छवि खराब करने के लिए वीडियो प्रसारित करने को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी।

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आगे रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि 29 अप्रैल 2019 को लोकसभा चुनावों के लिए मतदान के दिन ग्रेनेडियर्स रेजिमेंटल सेंटर के सैनिक और उनके परिवार के लोग बूथ नंबर 146 स्वामी विवेकानंद हायर सेकेंडरी स्कूल, कटंगा, जबलपुर में सेना के वाहन से अपना वोट डालने के लिए जा रहे थे. जब भारतीय सेना के जवान वोट डाल रहे थे, तभी कुछ बदमाशों ने आकर और आपराधिक बल का प्रयोग कर उनके मतदाता पहचान पत्र छीन लिए और उन्हें वोट डालने से रोकने की कोशिश की।

इसी दौरान हमें 1 मई 2019 को एएनआई के आधिकारिक X अकाउंट से किया गया पोस्ट भी मिला, जिसमें बताया गया था कि जबलपुर के सैन्य अधिकारियों ने मतदाता प्रमाण पत्र छीनने और छवि ख़राब करने को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी।

इसके अलावा, हमें टाइम्स ऑफ़ इंडिया की वेबसाइट पर भी 3 मई 2019 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में बताया गया था कि कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए यह दावा किया था कि सेना के एक अधिकारी के जबलपुर से तत्कालीन बीजेपी उम्मीदवार राकेश सिंह के साथ घनिष्ठ संबंध हैं। शिकायत में उन्होंने सेना के एक अधिकारी पर छावनी क्षेत्र में मतदान के दौरान फर्जीवाड़े का समर्थन करने का भी आरोप लगाया था।

Conclusion

Newschecker: हम अपनी जांच में सेना और कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों का पता नहीं लगा पाए, लेकिन हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह साफ़ है कि वायरल वीडियो पुराना है।

(This story was originally published by hindi.newschecker.in Fact Check Desk, as part of the Shakti Collective. Except for the headline/excerpt/opening introduction para this story has not been edited by IBC24.in staff)

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