Haryana Assembly Session: यहां गिर जाएगी भाजपा सरकार? कांग्रेस पार्टी लाने जा रही अविश्वास प्रस्ताव, जानें विधानसभा में नंबरों का गेम

Haryana Assembly Session: सदन में गहमागहमी के बीच मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रस्ताव परंपरा के अनुरूप नहीं है और इसमें नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के हस्ताक्षर भी नहीं हैं।

Haryana Assembly Session: यहां गिर जाएगी भाजपा सरकार? कांग्रेस पार्टी लाने जा रही अविश्वास प्रस्ताव, जानें विधानसभा में नंबरों का गेम

image source: PTI

Modified Date: December 19, 2025 / 08:27 pm IST
Published Date: December 19, 2025 8:25 pm IST
HIGHLIGHTS
  • क्या गिर जाएगी BJP सरकार?
  • कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव के बाद नंबर गेम
  • हरिय़ाणा में चल रहा विधानसभा का सत्र

Haryana Assembly Session: चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा का सत्र गुरुवार से शुरू हुआ और पहले ही दिन कांग्रेस पार्टी ने भाजपा सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया। स्पीकर ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी और शुक्रवार को इस पर चर्चा शुरू हुई। सदन में गहमागहमी के बीच मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रस्ताव परंपरा के अनुरूप नहीं है और इसमें नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के हस्ताक्षर भी नहीं हैं।

हुड्डा ने जवाब देते हुए कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के लिए कम से कम 18 विधायकों के हस्ताक्षर जरूरी होते हैं। हालांकि, मौजूदा हालात में भाजपा सरकार को कोई खतरा नहीं है क्योंकि उसके पास पर्याप्त संख्या बल मौजूद है।

विधानसभा में दलों की स्थिति

Haryana Assembly Session: आपको बता दें कि हरियाणा विधानसभा में कुल 90 सीटें हैं। भाजपा: 48 सीटें, कांग्रेस: 37 सीटें, इनेलो: 2 सीटें, निर्दलीय: 3 सीटें जो कि सभी भाजपा समर्थक हैं। इस तरह भाजपा के पास कुल 51 विधायकों का समर्थन है, जिससे सरकार स्थिर बनी हुई है।

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पहले भी असफल रहे अविश्वास प्रस्ताव

कांग्रेस ने पिछले चार सालों में दो बार अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था, लेकिन दोनों ही बार उसे हार का सामना करना पड़ा। बता दें कि 10 मार्च 2021 को खट्टर सरकार के खिलाफ प्रस्ताव गिरा, भाजपा के पक्ष में 55 और विरोध में 32 वोट पड़े। वहीं 22 फरवरी 2024 को कांग्रेस का प्रस्ताव फिर असफल रहा।

सीएम बदलने के बाद भी साबित किया बहुमत

चुनाव से छह महीने पहले भाजपा ने मुख्यमंत्री का चेहरा बदल दिया और जेजेपी से गठबंधन तोड़ दिया। उस समय सरकार पर अल्पमत में आने के आरोप लगे थे, लेकिन बाद में भाजपा ने सदन में बहुमत साबित कर दिया। 2019 चुनाव में भाजपा ने 40 सीटें जीती थीं और जेजेपी के 10 विधायकों के साथ मिलकर सरकार बनाई थी।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com