IBC24 Mind Summit Breaking: 1 जनवरी से छत्तीसगढ़ के सभी स्कूलों में लागू होगा ऑनलाइन अटेंडेंस…मंत्रालय से होगी मॉनिटरिंग’ शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने बताया कैसी होगी मॉनिटरिंग

शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने बताया कि सरकारी स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई में माता-पिता की भूमिका कम रहती है, इसलिए पीटीएम जैसी गतिविधियों को अनिवार्य कर सरकारी स्कूलों में भी प्राइवेट स्कूल जैसी सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी।

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  • Publish Date - December 13, 2025 / 03:03 PM IST,
    Updated On - December 13, 2025 / 04:58 PM IST

IBC24 Mind Summit Breaking / Image Source : IBC24

HIGHLIGHTS
  • शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में बच्चों और माता-पिता की भूमिका की तुलना की।
  • सरकारी स्कूलों में पीटीएम (टीचर-मीट) जैसी गतिविधियों को अनिवार्य करने का आदेश दिया गया।
  • शिक्षकों की योग्यताओं के साथ मॉनिटरिंग बढ़ाकर सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की तैयारी।

IBC24 Mind Summit Breaking रायपुर : छत्तीसगढ़ में साय सरकार ने आज अपने कार्यकाल के दो वर्ष पूरे कर लिए हैं। इन दो वर्षों में सरकार ने किन चुनौतियों का सामना किया, अपने चुनावी वादों को किस हद तक जमीन पर उतारा और शासन–प्रशासन के स्तर पर क्या ठोस बदलाव किए? इन्हीं अहम सवालों के जवाब तलाशने के लिए IBC24 ने ‘माइंड समिट 2025’ स्टूडियो एडिशन का आयोजन किया।

IBC24 के खास इवेंट ‘माइंड समिट’ में राज्य के शिक्षा मंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता गजेंद्र यादव ने शिरकत की। इस दौरान IBC24 की संवाददाता सुमन पांडेय ने शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव से सरकारी स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर और प्राइवेट स्कूलों की तुलना को लेकर सवाल किया। उन्होंने जानना चाहा कि सरकार इस अंतर को कम करने के लिए क्या कदम उठा रही है और कैसे सुनिश्चित किया जा रहा है कि सरकारी स्कूलों के बच्चे भी प्राइवेट स्कूलों के बच्चों के बराबर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकें।

शासकीय स्कूलों में अब होगा पीटीएम

IBC24 Mind Summit Breaking शिक्षा मंत्री ने इस सवाल का विस्तार से जवाब देते हुए बताया कि प्राइवेट स्कूल में जब बच्चा पढ़ने जाता है, तो उसके साथ-साथ माता-पिता भी जागरूक रहते हैं। बच्चा भौतिक रूप से एग्जाम देता है, लेकिन मानसिक रूप से माता-पिता भी उसकी तैयारी में शामिल रहते हैं। ठीक इसके उलट शासकीय स्कूलों में यह स्थिति अलग होती है। शासकीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे अपनी मेहनत और प्रतिभा से आगे बढ़ते हैं, लेकिन माता-पिता की भूमिका तुलनात्मक रूप से कम रहती है।

इस पर हमारी तैयारी है। हमारे शिक्षकों में पर्याप्त योग्यताएं हैं, केवल मॉनिटरिंग की आवश्यकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए हमने एक पॉलिसी बनाई है और आदेश जारी किए हैं कि प्राइवेट स्कूल में होने वाली पीटीएम (टीचर-मीट) जैसी गतिविधि शासकीय स्कूलों में भी अनिवार्य की जाए।

1 जनवरी से लागू होगा ऑनलाइन अटेंडेंस

IBC24 Mind Summit Breaking अब से हम सबका ऑनलाइन अटेंडेंस लेने वाले हैं। शिक्षकों का भी और बच्चों का भी। पांच स्कूलों को हमने मॉडल के रूप में लिया था, जो कि पांचों संभागों के जिलों में थे। 1 जनवरी से पूरे प्रदेश के सभी स्कूलों में ऑनलाइन अटेंडेंस लागू हो जाएगा, जिसमें आने और जाने का दोनों रिकॉर्ड रखा जाएगा। हम ई-विद्या सेंटर भी चालू कर रहे हैं, जहां छत्तीसगढ़ के पूरे स्कूलों को देखा जा सकेगा। आने वाले समय में, जैसे हम आपके स्टूडियो में बैठकर कार्यक्रम देख रहे हैं, वैसे ही हमारे मंत्रालय में एक स्टूडियो होगा, जिससे हम प्रदेश के हर स्कूल को मॉनिटर कर सकेंगे

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उन्होंने शासकीय स्कूलों में पीटीएम (Parent-Teacher Meeting) को अनिवार्य करने और ऑनलाइन अटेंडेंस सिस्टम लागू करने की घोषणा की।

शासकीय स्कूलों में पीटीएम क्यों जरूरी मानी जा रही है?

मंत्री के अनुसार, इससे माता-पिता की भागीदारी बढ़ेगी और बच्चों की पढ़ाई की निगरानी बेहतर होगी, जैसा प्राइवेट स्कूलों में होता है।