22 Excise officers suspended: छत्तीसगढ़ में आबकारी घोटाले पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई, 22 अधिकारी सस्पेंड

Raipur News: आबकारी घोटाले में संलिप्तता पाए जाने पर आबकारी विभाग के 29 अधिकारियों में से 22 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। बाकी सात अधिकारियों में से एक की मौत हो चुकी है, जबकि अन्य 6 अधिकारी रिटायर हो चुके हैं।

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  • Publish Date - July 10, 2025 / 02:58 PM IST,
    Updated On - July 10, 2025 / 03:40 PM IST

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HIGHLIGHTS
  • आबकारी विभाग के 29 अधिकारियों में से 22 अधिकारी सस्पेंड
  • EOW की चार्जशीट दाखिल करने के बाद कार्रवाई

रायपुर: Excise scam in Chhattisgarh, छत्तीसगढ़ में आबकारी घोटाले पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की गई है। राज्य गठन के बाद पहली बार इतनी बड़ी संख्या में अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है। आबकारी घोटाले में संलिप्तता पाए जाने पर आबकारी विभाग के 29 अधिकारियों में से 22 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। बाकी सात अधिकारियों में से एक की मौत हो चुकी है, जबकि अन्य 6 अधिकारी रिटायर हो चुके हैं।

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EOW की चार्जशीट दाखिल करने के बाद कार्रवाई

आपको बता दें कि यह कार्रवाई राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) की चार्जशीट दाखिल करने के बाद की गई है। चार्जशीट में यह साफ तौर पर कहा गया है कि इन अधिकारियों ने शराब सिंडिकेट की खुलकर मदद की थी और इसके एवज में करोड़ों की अवैध कमाई की थी।

Excise scam in Chhattisgarh, आबकारी विभाग के सचिव ने इस मामले में सख्त कदम उठाते हुए निलंबन आदेश जारी किया है। यह मामला 3200 करोड़ रुपये के आबकारी घोटाले से जुड़ा है, जो पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में सामने आया था।

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22 Excise officers suspended in Chhattisgarh, EOW की जांच के अनुसार, इन अधिकारियों ने घोटाले में सक्रिय सिंडिकेट को संरक्षण दिया। साथ ही उनके हित में काम करते हुए राज्य को भारी आर्थिक नुकसान पहुंचाया। सभी आरोपियों के खिलाफ अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया जा चुका है, और अब विभागीय स्तर पर भी बड़ी सख्ती बरती जा रही है।

22 Excise officers suspended in Chhattisgarh, सस्पेंड किए गए अधिकारियों की सूची यहां देखें

जनार्दन कौरव – सहायक जिला आबकारी अधिकारी

अनिमेष नेताम – उपायुक्त आबकारी

विजय सेन शर्मा – उपायुक्त आबकारी

अरविंद कुमार पाटले – उपायुक्त आबकारी

प्रमोद कुमार नेताम – सहायक आयुक्त आबकारी

रामकृष्ण मिश्रा – सहायक आयुक्त आबकारी

विकास कुमार गोस्वामी – सहायक आयुक्त आबकारी

इकबाल खान – सहायक जिला आबकारी अधिकारी

नितिन खंडुजा – सहायक जिला आबकारी अधिकारी

नवीन प्रताप सिंह तोमर – सहायक आयुक्त आबकारी

मंजुश्री कसेर – सहायक आबकारी अधिकारी

सौरभ बख्शी – सहायक आयुक्त आबकारी

दिनकर वासनिक – सहायक आयुक्त आबकारी

मोहित कुमार जायसवाल – जिला आबकारी अधिकारी

नीतू नोतानी ठाकुर – उपायुक्त आबकारी

गरीबपाल सिंह दर्दी – जिला आबकारी अधिकारी

नोहर सिंह ठाकुर – उपायुक्त आबकारी

सोनल नेताम – सहायक आयुक्त आबकारी

प्रकाश पाल – सहायक आयुक्त आबकारी

अलेख राम सिदार – सहायक आयुक्त आबकारी

आशीष कोसम – सहायक आयुक्त आबकारी

राजेश जायसवाल – सहायक आयुक्त आबकारी

छत्तीसगढ़ में आबकारी घोटाले में क्या हुआ है?

उत्तर: छत्तीसगढ़ में आबकारी विभाग से जुड़ा 3200 करोड़ रुपये का बड़ा घोटाला सामने आया है, जिसमें शराब सिंडिकेट को अधिकारियों द्वारा खुलेआम संरक्षण देने और बदले में कई करोड़ की अवैध कमाई करने का आरोप है। यह घोटाला पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुआ था।

कितने अधिकारियों को निलंबित किया गया है और क्यों?

उत्तर: 29 में से 22 आबकारी अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है। 1 अधिकारी की मृत्यु हो चुकी है और 6 अधिकारी रिटायर हो चुके हैं। निलंबन की यह कार्रवाई राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) द्वारा दाखिल की गई चार्जशीट के आधार पर की गई है।

EOW की चार्जशीट में क्या आरोप लगाए गए हैं?

उत्तर: EOW ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि आरोपी अधिकारियों ने शराब घोटाले में सक्रिय सिंडिकेट की खुलकर मदद की, जिससे राज्य को भारी आर्थिक नुकसान हुआ। इन अधिकारियों ने सिंडिकेट को सरकारी तंत्र का संरक्षण दिया और बदले में कई करोड़ रुपये की निजी कमाई की।

क्या यह छत्तीसगढ़ के इतिहास की सबसे बड़ी कार्रवाई है?

उत्तर: हाँ, यह राज्य गठन के बाद आबकारी विभाग में अब तक की सबसे बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई है। एक साथ 22 अधिकारियों का निलंबन छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार हुआ है, जिससे सरकार की गंभीरता और पारदर्शिता की नीति का संकेत मिलता है।